डायबिटीज के मरीजों के लिए फास्टिंग शुगर का लेवल नियंत्रित या कम होना जरूरी है क्योंकि, इसी के आधार पर वे अपने पूरी दिन की डाइट (और कई बार पूरे सप्ताह की भी) प्लान करते हैं। फास्टिंग शुगर हाई रहने से डायबिटीज मरीजों को जहां कई गम्भीर हेल्थ प्रॉब्लम्स का रिस्क भी बढ़ जाता है वहीं, उन्हें लगातार अपनी कंडीशन को मैनेज करने के लिए भी काम करना पड़ता है।
आमतौर पर लोग नाश्ते में अंडे का ऑमलेट खाना पसंद करते हैं लेकिन, जब बात डायबिटीज के मरीजों की हो तो वे कुछ भी खाने-पीने से डर जाते हैं। खासकर, फास्टिंग शुगर अगर हाई हो तो डायबिटीज पेशेंट्स या तो नाश्ता बहुत कम करते हैं या कोई भी ऐसी चीज खाने से बचते हैं जो हेवी हो या जिससे पेट जल्दी भर जाता हो।
क्या डायबिटीज मरीजों को अंडा नहीं खाना चाहिए? आइए जानें ब्लड शुगर लेवल वाले लोगों के लिए अंडा खाना चाहिए या नहीं।क्या डायबिटीज में अंडा खाने से होता है नुकसान? कुछ स्टडीज में ऐसा कहा गया है कि अंडे का सेवन करने से डायबिटीज मरीजों का ब्लड शुगर लेवल ज्यादा प्रभावित नहीं होता।
हालांकि, अंडा खाने से उनके शुगर लेवल पर नेगेटिव असर नहीं पड़ता। दरअसल, कुछ स्टडीज के अनुसार प्रोटीन का सेवन करना डायबिटीज पेशेंट्स के लिए अच्छा साबित हो सकता है क्योंकि, प्रोटीन से उनका ब्लड शुगर लेवल स्थिर रह सकता है। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन की एक रिपोर्ट के अनुसार, अगर डायबिटीज की बीमारी में सीमित मात्रा में अंडे का सेवन किया जाए तो इससे मधुमेह के रोगियों की हेल्थ या उनके ब्लड शुगर लेवल पर कोई खराब असर नही होता।