मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से देहरादून समेत हरिद्वार, पौड़ी, बागेश्वर, नैनीताल, चंपावत और ऊधमसिंह नगर जिले के अधिकतर हिस्सों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड में अगस्त माह खत्म होने के बाद ऐसा लग रहा था कि सितंबर में मानसून विदाई ले लेगा लेकिन फिलहाल तो ऐसा नहीं दिख रहा है। मौसम विभाग ने गढ़वाल और कुमाऊं के कई जिलों में आज भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अलर्ट के बाद उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग ने देहरादून, अल्मोड़ा, चमोली, पौड़ी, पिथौरागढ़, उधमसिंह नगर, बागेश्वर और हरिद्वार के जिलाधिकारी को एडवाइजरी जारी की है। इन सभी जिलों में तेज हवा चलने के साथ कई दौर की भारी बारिश होने के आसार हैं।मौसम वैज्ञानिकों ने संवेदनशील इलाकों में सतर्कता से रहने की हिदायत दी है। वहीं, भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए उत्तरकाशी, नैनीताल, देहरादून, चमोली और उधमसिंह नगर के जिला प्रशासन ने स्कूलों की छुट्टी के आदेश जारी किए है।
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के रेड अलर्ट के बाद राज्य आपदा प्रबंधन विभाग भी अलर्ट हो गया है। संवेदनशील क्षेत्रों पर खास नजर रखी जा रही है। उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से जारी एडवाइजरी ने साफ किया है कि इस दौरान किसी भी अधिकारी और कर्मचारी का मोबाइल स्विच ऑफ नहीं होना चाहिए। यदि कहीं कोई अनहोती होती है तो रेस्क्यू टीम को तत्काल उसकी सूचना दी जाए। ताकि वहां से जल्द से जल्द मदद पहुंचाई जा सके।
राज्य में बारिश और भूस्खलन से 168 मार्ग बंद हैं। इसमें राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य मार्ग, बार्डर रोड से लेकर ग्रामीण मोटर मार्ग शामिल हैं। सबसे अधिक प्रभावित चमोली जिला है। यहां पर 29 ग्रामीण मोटर मार्ग, एक राज्य मार्ग और एक मुख्य जिला मार्ग बंद है। चंपावत में 22, नैनीताल में 20, पिथौरागढ़ में 19, टिहरी में 17, रुद्रप्रयाग में 15, पौड़ी गढ़वाल में 13, अल्मोड़ा में नौ, देहरादून में आठ, उत्तरकाशी और बागेश्वर में छह-छह और ऊधम सिंह नगर में दो मार्ग बंद हैं।