350 प्रेमिकाएं और 88 बच्चे और पटियाला पेग : कहाँ से आया पटियाला पैग ? स्वतंत्रता पूर्व भारत में सैकड़ों राजघराने थे। इनमें से कई राजघरानों ने प्रजा हित को ध्यान में रखकर शासन किया और जनता का विश्वास जीता। वहीं कुछ राजा-महाराजा अपनी विलासितापूर्ण जीवनशैली के लिए जाने जाते थे। खोजी नारद आज आपको ऐसे ही एक महाराजा से परिचित करा रहा है जिनकी 10 रानियां, 350 प्रेमिकाएं और 88 बच्चे थे। उन्होंने एक क्रिकेट मैदान भी बनवाया था। यह सब आश्चर्यजनक लगता है, लेकिन सच है।
जी हां, हम बात कर रहे हैं पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह की। अपार संपत्ति के मालिक भूपिंदर सिंह अपनी विलासितापूर्ण जीवनशैली के लिए जाने जाते थे। महज 9 साल की उम्र में गद्दी पर बैठे भूपिंदर सिंह, पटियाला पेग और पटियाला नेकलेस के लिए प्रसिद्ध थे। उनके दरबार के दीवान जर्मनी दास ने अपनी पुस्तक में लिखा है कि यह उनकी शान-शौकत का प्रतीक था।
लीला भवन में आने से पहले मेहमान होते थे न्यूड
भूपिंदर सिंह के शासनकाल में लीला भवन महल का निर्माण हुआ था। यह महल अत्याधुनिक शैली में बनाया गया था। इस महल में प्रवेश करने से पहले मेहमानों को नग्न होना पड़ता था। और शानदार स्विमिंग पूल में मौज-मस्ती करने का भी इंतजाम था।vभूपिंदर सिंह का निजी जीवन और भी दिलचस्प है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस राजा ने 10 रानियों से शादी की थी। इतना ही नहीं, उनके हरम में 332 महिला दासियां थीं। इनमें से कुछ को ही रानी का दर्जा प्राप्त था। इस राजा के पास उस समय 44 रॉल्स रॉयस कारें और एक निजी हवाई जहाज भी था।
भूपिंदर सिंह अपने रोमांस और शौक के लिए चर्चा में रहते थे। प्रेमिकाओं के साथ समय बिताना, ब्रांडी पीना, ताश खेलना और खाली समय में शिकार करना उनका शौक था। 120 मिली विस्की की माप वाले पटियाला पेग को प्रसिद्ध करने का श्रेय भी भूपिंदर सिंह को जाता है। भव्य पार्टियों का आयोजन करना उनका एक और शौक था।
इन सबके अलावा, वह एक अच्छे खिलाड़ी भी थे। भूपिंदर सिंह की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम ने 1911 में इंग्लैंड का दौरा किया था। पटियाला इलेवन और पटियाला टाइगर्स क्रिकेट टीम बनाने का श्रेय भी उन्हें जाता है। भूपिंदर सिंह ने चैल क्रिकेट ग्राउंड का निर्माण करवाकर क्रिकेट के प्रति अपने प्रेम को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया।