10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के 7 नियम :- केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 2026 में आयोजित होने वाली 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसी कड़ी में इन दिनों 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षार्थियों से एग्जाम फॉर्म भरवाएं जा रहे हैं. इस बीच सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने के लिए नियमों की सूचना जारी की है, जिसके तहत सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए 7 शर्तों का पालन सुनिश्चित करने को कहा है. सीबीएसई ने कहा है, जो छात्र इन 7 शर्तों का पालन नहीं करेंगे, वह बोर्ड परीक्षाओं में शामिल नहीं हो सकेंगे।
पीरियड्स के दौरान इन बातों का रखे ध्यान
सीबीएसई ने अनिवार्य किए 7 नियम
सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के नियमों को लेकर नोटिस जारी किया है. सीबीएसई ने कहा है कि इन नियमों का पालन सभी छात्रों के लिए अनिवार्य होगा. साथ ही सीबीएसई ने स्पष्ट किया है कि बोर्ड का उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता और परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता को बनाए रखना है. आइए जानते हैं कि कौन से 7 नियम अनिवार्य किए गए हैं।
कक्षा 10 और 12 यानी ये दो कक्षाएं दो वर्षीय कार्यक्रम हैं, जिसमें कक्षा 9-10 और 11-12 शामिल हैं. सीबीएसई ने कहा है कि बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए लगातार दो वर्षों तक अध्ययन करना अनिवार्य होगा.सीबीएसई ने कहा कि बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए छात्रों को न्यूनतम 75% उपस्थिति बनाए रखना आवश्यक है।
सीबीएसई ने नए नियमों के अनुसार दो वर्षों तक छात्रों का आंतरिक मूल्यांकन (Internal Assessment) अनिवार्य होगा. इसके अभाव में छात्रों का परिणाम घोषित नहीं किया जाएगा.कक्षा 10 के छात्र अधिकतम 2 अतिरिक्त विषय और कक्षा 12 के छात्र 1 अतिरिक्त विषय चुन सकते हैं, जिनका अध्ययन भी अनिवार्य रूप से दो वर्षों तक करना होगा।
ऐसे विषय जिनकी अनुमति विद्यालय में उपलब्ध नहीं है (जैसे शिक्षक, प्रयोगशाला या प्रशासनिक सहमति), उन्हें छात्र बोर्ड परीक्षा के लिए नहीं ले सकेंगे।
जिन छात्रों को अतिरिक्त विषयों में “कंपार्टमेंट” या “एसेंशियल रिपीट” दिया गया है, वे प्राइवेट उम्मीदवार के रूप में दोबारा परीक्षा दे सकेंगे।
इन नियमों का पालन न करने वाले छात्र बोर्ड परीक्षा में अतिरिक्त विषय प्राइवेट उम्मीदवार के रूप में नहीं ले पाएंगे।
2026 से 10वीं की दो परीक्षाएं
सीबीएसई साल 2026 से 10वीं की दो बाेर्ड परीक्षाएं आयोजित करने जा रहा है. पहली बोर्ड परीक्षा अनिवार्य होगी. तो वहीं नंबर बढ़ाने, पास होने के लिए छात्र दूसरी बोर्ड परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।