Close Menu
  • उत्तराखंड
  • क्राइम
  • राजनीति
  • स्वास्थ्य
  • देश
  • विदेश
  • वीडियो

Subscribe to Updates

Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.

What's Hot

भराड़ीसैंण में 19 से 22 अगस्त तक चलेगा मानसून सत्र, मुख्यमंत्री बोले- हमारी तैयारी पूरी

August 18, 2025

विधानसभा मानसून सत्र के लिए पुलिस-प्रशासन अलर्ट

August 18, 2025

उत्तराखंड में वन विभाग का बड़ा फैसला

August 18, 2025
Facebook X (Twitter) Instagram
Facebook X (Twitter) Instagram
Narad Post News
Youtube Login
  • उत्तराखंड
  • राजनीति
  • क्राइम
  • पर्यटन
  • मनोरंजन
  • देश
  • विदेश
  • यूथ
  • स्वास्थ्य
  • शिक्षा
  • सामाजिक
  • स्पोर्ट्स
  • वीडियो
Narad Post News
  • उत्तराखंड
  • राजनीति
  • क्राइम
  • पर्यटन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • सामाजिक
  • देश
  • विदेश
Home » तोड़फोड़ और सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में 10 अज्ञात के खिलाफ FIR
राजनीति

तोड़फोड़ और सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में 10 अज्ञात के खिलाफ FIR

FIR against 10 unknown people on charges of sabotage and obstructing government work
Sponsored By: Ananya SahgalNovember 13, 2024No Comments4 Mins Read
Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr WhatsApp VKontakte Email
FIR against 10 unknown people on charges of sabotage and obstructing government work
FIR against 10 unknown people on charges of sabotage and obstructing government work
Share
Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email
खबर को सुनें

प्रयागराज में हाल ही में हुए एक बड़े छात्र आंदोलन के दौरान हिंसा और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला सामने आया है। इस आंदोलन में छात्रों ने अपने अधिकारों की मांग को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन किया, लेकिन मामला उस समय बिगड़ गया जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की और सरकारी कामकाज में व्यवधान डाला। पुलिस ने इस मामले में 10 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ FIR दर्ज की है, जिन पर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और सरकारी कार्यों में बाधा डालने का आरोप है।

क्या हुआ था आंदोलन के दौरान?

यह घटना तब सामने आई जब छात्र संगठन ने स्थानीय विश्वविद्यालय में कुछ मुद्दों को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू किया। छात्रों का आरोप था कि विश्वविद्यालय प्रशासन उनकी मांगों को नजरअंदाज कर रहा है और शिक्षा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता है। आंदोलन की शुरुआत शांतिपूर्वक हुई, लेकिन जैसे-जैसे प्रदर्शन बढ़ा, कुछ प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए और उन्होंने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी के साथ तोड़फोड़ शुरू कर दी।

प्रदर्शनकारियों ने सरकारी वाहनों को क्षतिग्रस्त किया, सड़कों पर जाम लगाया और आसपास के इलाकों में दुकानों और सार्वजनिक स्थानों पर भी तोड़फोड़ की। इसके अलावा, प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय अधिकारियों के कार्यों में रुकावट डाली, जिससे सरकारी कामकाज में गंभीर व्यवधान उत्पन्न हुआ।

पुलिस की कार्रवाई

प्रदर्शन के दौरान उत्पन्न हुई हिंसा के बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कदम उठाए। पुलिस ने इलाके में अतिरिक्त बल तैनात किया और आंदोलनकारियों को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। हालांकि, इस दौरान कई प्रदर्शनकारी भागने में सफल रहे, और पुलिस को कुछ प्रमुख आरोपियों की पहचान करने में काफी समय लगा।

इस मामले में पुलिस ने 10 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ FIR दर्ज की है। आरोप है कि इन व्यक्तियों ने जानबूझकर तोड़फोड़ की, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और पुलिस के कामकाज में बाधा डाली। पुलिस ने यह भी कहा है कि वे इस मामले में जल्द ही आरोपियों की पहचान करेंगे और गिरफ्तारियां शुरू करेंगे।

FIR में क्या-क्या आरोप लगाए गए हैं?

एफआईआर में तोड़फोड़, सरकारी कामकाज में बाधा डालने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और पुलिस के काम में हस्तक्षेप करने जैसी गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। पुलिस का कहना है कि वे इस मामले की गहन जांच करेंगे और सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि किसी भी प्रदर्शनकारी को हिंसा में शामिल पाया जाता है, तो उसे कड़ी सजा दिलवाने के लिए सभी कानूनी कदम उठाए जाएंगे।

छात्रों का पक्ष

वहीं, छात्र नेताओं ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि उनका आंदोलन शांतिपूर्ण था और कुछ असामाजिक तत्वों ने इसे हिंसक रूप दे दिया। छात्रों का कहना है कि वे अपनी मांगों को लेकर सरकार से संवाद चाहते थे और उनका उद्देश्य केवल शैक्षिक सुधार था। छात्र संघ के एक नेता ने कहा, “हमारा आंदोलन कभी भी हिंसा या तोड़फोड़ का हिस्सा नहीं था। यह कुछ लोगों की करतूतों का नतीजा था, जो आंदोलन में घुसकर अराजकता फैलाने का प्रयास कर रहे थे।”

छात्रों ने प्रशासन से अपनी मांगों पर ध्यान देने की अपील की और कहा कि वे शांतिपूर्वक अपनी बात रखना चाहते हैं, न कि किसी को नुकसान पहुँचाना।

सामाजिक और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

इस घटना ने न केवल प्रयागराज बल्कि पूरे राज्य में राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएं उत्पन्न की हैं। विपक्षी दलों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह आंदोलन सरकार की विफलताओं का परिणाम है। उन्होंने कहा कि छात्रों की आवाज को दबाने के बजाय सरकार को उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए। वहीं, सत्ताधारी दल ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

आगे की कार्यवाही

अब, पुलिस मामले की जांच कर रही है और वे वीडियो फुटेज, चश्मदीद गवाहों की गवाही, और अन्य साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी छात्रों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और अदालत में पेश किया जाएगा। इसके साथ ही, प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाए हैं और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।

Dehradun FIR government khoji narad news Narad Post News uttarakhand
Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr WhatsApp Email
Previous Articleबुलडोजर एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट
Next Article कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकारें अपने वादे नही पूरे कर सकीं: अमित शाह
Narad Post

Related Posts

उत्तराखंड में वन विभाग का बड़ा फैसला

August 18, 2025

पिपली भवान से डुँडा आ रहे मैक्स वाहन पर गिरा पेड

August 18, 2025

देवभूमि में है वंशी नारायण मंदिर की अद्भुत परंपरा

August 18, 2025

धराली में जहां आया था सैलाब वहां अब है मलबे का ढेर

August 16, 2025
Leave A Reply Cancel Reply

Advt.
//

“Narad Post” निष्पक्ष और विश्वसनीय खबरों का स्रोत है, जो राजनीति, समाज, व्यापार और मनोरंजन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं को सरल रूप में प्रस्तुत करता है। हमारी टीम का उद्देश्य सच्चाई और तथ्यपूर्ण जानकारी को निडर पत्रकारिता के माध्यम से आप तक पहुँचाना है।

Our Picks
  • Facebook
  • Twitter
  • Pinterest
  • Instagram
  • YouTube
  • Vimeo
Don't Miss
उत्तराखंड

भराड़ीसैंण में 19 से 22 अगस्त तक चलेगा मानसून सत्र, मुख्यमंत्री बोले- हमारी तैयारी पूरी

By Narad PostAugust 18, 20250

भराड़ीसैंण में 19 से 22 अगस्त तक चलेगा मानसून सत्र, मुख्यमंत्री बोले- हमारी तैयारी पूरी…

विधानसभा मानसून सत्र के लिए पुलिस-प्रशासन अलर्ट

August 18, 2025

उत्तराखंड में वन विभाग का बड़ा फैसला

August 18, 2025

पिपली भवान से डुँडा आ रहे मैक्स वाहन पर गिरा पेड

August 18, 2025
Contact:

Ananya Sahgal, Editor
Address: 75A, Friends Plaza Rajpur Road Dehradun Uttarakhand
Phone: +918218446859
Email: naradpostuk@gmail.com

About Us
About Us

"Narad Post" निष्पक्ष और विश्वसनीय खबरों का स्रोत है, जो राजनीति, समाज, व्यापार और मनोरंजन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं को सरल रूप में प्रस्तुत करता है। हमारी टीम का उद्देश्य सच्चाई और तथ्यपूर्ण जानकारी को निडर पत्रकारिता के माध्यम से आप तक पहुँचाना है।

Our Picks
Facebook X (Twitter) Instagram YouTube
  • उत्तराखंड
  • क्राइम
  • राजनीति
  • स्वास्थ्य
  • देश
  • विदेश
  • वीडियो
© 2025 Developed By: Tech Yard Labs.

Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

Sign In or Register

Welcome Back!

Login to your account below.

Lost password?