दून पुलिस की कड़ी मेहनत : देहरादून के थाना बंसन्त बिहार में 9 दिसंबर 2024 को एक दर्दनाक हत्या की घटना सामने आई। अलकनन्दा एनक्लेव के एक घर से बुजुर्ग व्यक्ति की चिल्लाने की आवाज सुनकर पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची, जहां घायल अवस्था में 75 वर्षीय अशोक कुमार गर्ग को पाया गया। उनके पेट और गले पर गहरे घाव थे। पुलिस ने उन्हें इन्द्रेश अस्पताल में इलाज के लिए भेजा, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय सिंह ने मौके का निरीक्षण किया और मामले की जांच शुरू की। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि मृतक अशोक कुमार से कुछ लोग पासवर्ड पूछ रहे थे, लेकिन घर में किसी प्रकार की लूटपाट का प्रयास नहीं किया गया था। रात्रि का समय होने और घटनास्थल पर कोई सीसीटीवी कैमरा न होने के कारण पुलिस को मामले की तफ्तीश में कोई खास जानकारी नहीं मिल पाई।
घटना के तुरंत बाद, एसएसपी अजय सिंह ने घटना का खुलासा करने के लिए आठ टीमों का गठन किया। इन टीमों ने सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा की और सर्विलांस के माध्यम से जानकारी जुटाई। फुटेज से पता चला कि दो संदिग्ध व्यक्ति घटना के बाद सतोवाली घाटी से गांधी ग्राम और जीएमएस रोड की ओर जाते हुए दिखे, लेकिन रात का समय होने के कारण उनकी पहचान करना मुश्किल हो रहा था। केवल उनके कपड़े ही पहचाने गए।
जांच के दौरान यह पता चला कि संदिग्ध लोग एक लाल रंग के ई-रिक्शा में सवार थे। पुलिस ने मिलन बिहार कट के आस-पास के सभी सीसीटीवी फुटेज की जांच की और ई-रिक्शा चालक से पूछताछ की। एक चालक ने बताया कि उसने घटना के दिन दो व्यक्तियों को जीएमएस रोड से मिलन बिहार कट तक छोड़ा था, और यह उसे इसलिये याद था क्योंकि दोनों ने तय किराया न देकर सिर्फ 5 रुपये दिए थे।
इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध स्कूटी की तलाश शुरू की, जिसमें तीन से चार संदिग्ध लोग स्कूटी पर सवार थे। इसके बाद पुलिस ने स्कूटी के मॉडल और रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर जांच की। जांच से यह पता चला कि एक संदिग्ध स्कूटी इन्द्रानगर क्षेत्र में स्थित एक फ्लैट के पास खड़ी थी। इसके बाद पुलिस ने उस फ्लैट में आकस्मिक छापेमारी की, जहां दो संदिग्ध व्यक्ति नवीन कुमार चौधरी और अनन्त जैन को गिरफ्तार किया।
पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने कबूल किया कि उन्होंने 9 दिसंबर को अशोक कुमार गर्ग की हत्या की थी। उनका कहना था कि वे आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे और अशोक कुमार से पैसे मांगने के लिए उन्होंने उसे डराया था। जब अशोक ने पैसे नहीं दिए, तो उन्होंने उसे पेपर कटर से वार किया। इसके बाद वे मौके से फरार हो गए थे। पुलिस ने अभियुक्तों से मृतक का पर्स, एटीएम कार्ड और अन्य दस्तावेज भी बरामद किए।
इस मामले में पुलिस की तेज कार्रवाई और मेहनत को देखते हुए एसएसपी अजय सिंह ने जांच टीम को 25,000 रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की। पुलिस ने घटना के बाद त्वरित और प्रभावी कदम उठाते हुए दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया और न्याय सुनिश्चित किया।