5000 कुत्तों का फर्जी नसबंदी घोटाला : अजब गजब हैं सरकारी विभागों के घोटाले और हैरान करने वाले हैं घोटालेबाज़ों के कारनामे … महिलाओं की नसबंदी घोटाला तो संभव है लेकिन कुत्तों की नसबंदी घोटाला … आपको सुनकर ही हंसी आ रही होगी लेकिन जनाब इसमें लखों का खेल हो गया। मध्य प्रदेश के नीमच जिले में कुत्तों की नसबंदी के नाम पर एक बड़ा घोटाला सामने आया है, जहां कागजों में 5219 कुत्तों की नसबंदी दिखाकर संबंधित कंपनी को 32 लाख रुपये का भुगतान किया गया। हैरानी की बात यह है कि नसबंदी के दौरान न तो कोई वीडियोग्राफी कराई गई, न ही ऑपरेशन से संबंधित कोई प्रमाण प्रस्तुत किए गए। अब नगर निगम ने दोबारा उसी कंपनी को टेंडर देकर 30 लाख रुपये खर्च कर नसबंदी की प्रक्रिया शुरू की है। देश के अनोखे घोटाले की आइए देते हैं पूरी जानकारी
नीमच नगरपालिका ने 2022-23 में ‘द केयर ऑफ एनिमल एंड सोसायटी, रीवा’ को कुत्तों की नसबंदी का ठेका दिया था। कंपनी ने 5219 कुत्तों की नसबंदी करने का दावा किया और इसके बदले 32 लाख रुपये का भुगतान प्राप्त किया। लेकिन, इस प्रक्रिया की निगरानी के लिए कोई ठोस प्रमाण नहीं दिए गए, जिससे घोटाले की संभावना बढ़ गई।अब नीमच नगरपालिका ने 2300 कुत्तों की नसबंदी के लिए एक नई प्रक्रिया शुरू की है, जिसमें 30 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। इस बार प्रति कुत्ते की नसबंदी के लिए 1297 रुपये की दर तय की गई है, जो पहले 696 रुपये थी। साथ ही, इस बार प्रक्रिया की निगरानी के लिए 15 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है।
नसबंदी प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए नगरपालिका ने 14 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं, जिनका लिंक सभी टीम सदस्य को दिया गया है, ताकि किसी भी समय निगरानी की जा सके। इसके अलावा, ऑपरेशन के दौरान नर कुत्तों के प्राइवेट पार्ट्स और मादा कुत्तों के गर्भाशय को सुरक्षित रखने के निर्देश दिए गए हैं। नीमच नगरपालिका के सीएमओ ने स्वीकार किया कि पहले कुछ गड़बड़ी हुई थी, लेकिन अब इस बार पारदर्शिता से काम किया जा रहा है। वहीं, पार्षद हरगोविंद दीवान ने कहा कि पिछले घोटाले में शामिल दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।