हफ्ते में एक बार खुलकर बहाएं आंसू: कहते हैं इंसान जब बहुत ज्यादा खुश होता है तो हंसता है और वो जब दुखी होता है तो रोता है. जैसे खुल कर हँसना सेहत के लिए अच्छा होता है ठीक उसी प्रकार खुल कर रोना भी सेहत के लिए फायदेमंद होता है. हाल के दिनों में इसको लेकर एक वेबसाइट चर्चा में आई है जो लोगों को न्योता दे रही है रोने के लिए किसी भी इंसान के लिए रोना एक सामान्य क्रिया है, जो कई अलग-अलग भावनाओं की वजह से ट्रिगर हो जाती है, लेकिन जरूरी नहीं कि इंसान केवल तभी रोए जब उसकी मजबूरी हो या फिर वो दुखी हो? अब आपको कोई कहे ‘ओ पाजी कदी हंस भी लिया करो.’ इसी डायलॉग की तर्ज पर कोई आपसे कहे कि कभी रो भी लिया करो तो आप क्या सोचेंगे. दरअसल जैसे खुल कर हँसना सेहत के लिए अच्छा होता है ठीक उसी प्रकार खुल कर रोना भी सेहत के लिए फायदेमंद होता है. हाल के दिनों में इसको लेकर एक वेबसाइट चर्चा में आई है जो लोगों को न्योता दे रही है रोने के लिए … भले ही ये बात आपको सुनने में बहुत अजीब लगे लेकिन ये बात पूरी तरीके से एकदम सच है. वेबसाइट की ओर से कहा जा रहा है कि विज्ञान मानता है कि रोना सेहत के लिए हानिकारक नहीं है, बल्कि हफ्ते में एक बार रो लो, तो ये अच्छा ही होता है. यहां मजे की बात तो ये है कि कई वैज्ञानिक भी मानते हैं कि एक बार रोने में कोई बुराई नहीं है, बल्कि इससे शरीर को काफी फायदे मिलते हैं.
कौन सी है वेबसाइट और क्या है रोने के फायदे?
अंग्रेजी वेबसाइट डेली मेल में आई खबर की मानें तो इस वेबसाइट का नाम cryonceaweek.com रखा गया है. इस वेबसाइट ने लोगों को इंविटेशन भेजा है कि वो यहां आए और एक वीडियो देखें जो उन्हें पक्का रुला दे. इस वेबसाइट को लेकर एक साल 2018 में एक खबर छपी थी, जिसके एक एक आर्टिकल का भी लिंक दिया गया है, जिसमें लिखा गया है कि रुलाने वाली फिल्में देखना मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है. इससे तनाव कम होता है.एक वेबसाइट की माने तो सोने या हंसने से ज्यादा बेहतर स्ट्रेस बस्टर है रोना! इसके अलावा दर्द भरे गाने सुनना, रुलाने वाली फिल्में देखना या दुख भरी किताबें पढ़ने से हमारे शरीर का पैरासिम्पेथेटिक नर्व एक्टिव हो जाता है. जिससे हार्ट रेट धीमा हो जाता है और दिमाग को राहत देने वाला इफेक्ट पैदा होता है. रोने की सबसे अच्छी बात ये है कि अगर आप हफ्ते में एक बार रोते हैं तो तनाव से लंबे समय के लिए आपको मुक्ति मिल जाएगी.