झुर्रियों का डर और बोटॉक्स की शरण में फिल्मी दुनिया ;’ क्या आप जानते हैं की जिन ग्लैमरस एक्ट्रेस को परदे पर आप अदाएं बिखरते देख कर वाह वाह करते हैं दरअसल उनकी खूबसूरती के पीछे भी एक नया खेल होने लगा है , जी हाँ बॉलीवुड की कई हसीनाएं अपनी झुर्रियां छुपाने के लिए बोटॉक्स करवाती हैं। इसकी वजह से 40 पार होने के बाद भी ये एक्ट्रेस 24 साल से ज्यादा की नहीं लगती हैं। इस लिस्ट में ऐश्वर्या राय से लेकर शिल्पा शेट्टी तक का नाम शामिल हैं। कई नाम ऐसे भी है जिन्हें देखने के बाद आप हैरान हो सकते हैं।
आज नारद पोस्ट आपको उन हसीनाओं के बारे में बताने वाला हैं जो 40 पार होने के बाद भी अब भी बेहद जवान लगती हैं। इसके लिए एक्ट्रेस सर्जरी से लेकर बोटॉक्स का सहारा लेती हैं। इस लिस्ट में ऐश्वर्या राय, शिल्पा शेट्टी जैसी हसीनाओं के नाम शामिल हैं।
तो चलिए एक नजर डालते हैं इस लिस्ट पर
बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी 49 साल की हो गई हैं। लेकिन एक्ट्रेस अपनी उम्र से काफी लगती हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक एक्ट्रेस बोटॉक्स का सहारा लेती हैं।
एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय कई बार बोटॉक्स को लेकर जमकर ट्रोल हो चुकी हैं। 51 साल की एक्ट्रेस चेहरे पर दिख रहे बुढ़ापे को छुपाने के लिए बोटॉक्स का सहारा लेती हैं।
58 साल की एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित भी बुढ़ापा छुपाने के लिए बोटॉक्स का सहारा लेती हैं। इसको लेकर कई मीडिया रिपोर्ट्स भी सामने आ चुकी हैं।
एक्ट्रेस प्रीति जिंटा 50 साल की हो गई है, लेकिन उनकी उम्र का पता नहीं चलता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रीति जिंटा ने बोटॉक्स करा रखा है।
एक्ट्रेस रानी मुखर्जी का नाम भी इस लिस्ट में शामिल हैं। 47 साल की एक्ट्रेस बुढ़ापा छुपाने के लिए बोटॉक्स का सहारा लेती हैं।
आज के दौर में खुद को सुंदर और आकर्षक रखना कौन नहीं चाहता है, हर कोई चाहता है कि वो ताउम्र जवान और खूबसूरत दिखे. लेकिन उम्र कहां छिपती है. बढ़ती उम्र की लकीरें चेहरे पर वक्त के साथ साथ आगे बढ़ती रहती है. आजकल इसी को छिपाने के लिए अलग अलग तरह के ट्रीटमेंट भी बाजार में उपलब्ध हैं. सैकड़ों लड़कियां अब 25-30 की उम्र में ही चेहरे पर बुढ़ापा दिखने से रोकने के लिए जतन करने लगी हैं.बता दें कि एक आंख के आसपास ट्रीटमेंट का करीब 15 हजार खर्च है. परिजनों और डॉक्टर के मना करने के बावजूद उन्होंने यह ट्रीटमेंट जारी रखा।
बोटॉक्स को चेहरे की मांसपेशियों की सतही परत में लगाया जाता है. इससे मांसपेशियों को आराम मिलता है और उनका सिकुड़ना रुकता है. स्किन एक्सपर्ट के मुताबिक यह पहले से मौजूद व गहरी झुर्रियों को मिटाने में कारगर नहीं है. इसलिए इसे जल्दी लेने की सलाह दी जाती है. ये अवधि फ्रीजिंग टाइम मानी जाती है. वे बताते हैं कि शुरुआती ट्रीटमेंट से फायदा मिलता है. बाप्स (BAAPS) यानी ब्रिटिश एसोसिएशन ऑफ एस्थेटिक्स प्लास्टिक सर्जन्स के मुताबिक पिछले सालभर में बोटॉक्स के लिए पूछताछ 70% बढ़ी है. इनमें बड़ी संख्या लड़कियों की है।