मैंने कभी पैसे की मांग नहीं की थी: जावेद अख्तर और कंगना रनौत के बीच वर्षों से चल रही कानूनी लड़ाई का अंत आखिरकार 2025 में हो गया है। यह जुबानी जंग साल 2020 में शुरू हुई थी, जब दोनों के बीच सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों पर आरोप-प्रत्यारोपों का सिलसिला शुरू हुआ था। विवाद इतना बढ़ गया था कि दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ अदालत का रुख किया था। लेकिन अब कंगना ने कोर्ट में बिना शर्त माफी मांगकर इस पूरे मामले को खत्म कर दिया है।
हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में जावेद अख्तर ने इस मामले पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि वह कभी भी कंगना रनौत से पैसे की मांग नहीं कर रहे थे, उनका मकसद केवल माफी लेना था, जो आखिरकार उन्हें मिल गई। जावेद ने बताया कि यह मामला केवल एक व्यक्तिगत विवाद था, जिसका हल न्यायालय के जरिए हुआ। उन्होंने कहा, “मैंने कंगना से कभी पैसे की मांग नहीं की। मैंने उनसे सिर्फ माफी मांगी थी, और अब वह माफी मिल गई है। मेरे लिए यही सबसे बड़ी जीत है।”
इंटरव्यू के दौरान जब उनसे कंगना की माफी के बारे में पूछा गया तो जावेद अख्तर ने कहा कि उन्हें खुशी है कि मामला सुलझ गया है और अब दोनों के बीच विवाद खत्म हो गया है। उन्होंने मजाकिया अंदाज में यह भी कहा कि कंगना ने यह तक कहा है कि वह चाहती हैं कि जावेद उनकी अगली फिल्म के गाने लिखें। जावेद ने हंसते हुए कहा, “इतनी खूबसूरत लड़की की फादर फिगर बनाना मेरे बस की बात नहीं।”
जावेद अख्तर ने अपनी बातचीत में कहा कि वह चाहते हैं कि विवाद खत्म हो और आगे दोनों अपनी-अपनी जिंदगी और काम पर ध्यान दें। उन्होंने यह भी कहा कि बॉलीवुड में इस तरह के विवाद समय-समय पर होते रहते हैं, लेकिन संवाद और समझदारी से ही इन्हें सुलझाया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि माफी का मतलब यह नहीं कि दोनों के बीच सबकुछ ठीक हो गया है, लेकिन यह एक शुरुआत है बेहतर रिश्तों की।
इस इंटरव्यू में जावेद अख्तर ने अपनी शायरी और फिल्मों की यादें भी साझा कीं, और कहा कि वह हमेशा से चाहते थे कि कला और संगीत विवादों से ऊपर रहे। उन्होंने कहा कि कंगना और वे दोनों अलग-अलग क्षेत्र के कलाकार हैं, लेकिन उनकी बातचीत और समझदारी से ही यह मामला खत्म हुआ।
इस तरह, जावेद अख्तर और कंगना रनौत के बीच पांच सालों से चली आ रही कानूनी लड़ाई आखिरकार खत्म हो गई है। दोनों अब अपने-अपने करियर पर फोकस करेंगे और उम्मीद है कि आगे इस तरह के विवादों से बचा जा सकेगा।