स्वस्थ दिखने की होड़ में खतरे की घंटी, प्रोटीन शेक और कोलोन कैंसर : अगर आप जिम जाते हैं तो प्रोटीन शेक पीते ही होंगे. लेकिन ध्यान रखें यदि आपको रोजाना प्रोटीन शेक पीने की आदत है तो एक बार दोबारा सोचिए क्योंकि एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि रेगुलर प्रोटीन शेक पीने की आदत कोलोन कैंसर के खतरे को कई गुना बढ़ा सकती है. योगर्ट और प्रोटीन शेक को आमतौर पर स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है लेकिन नई रिसर्च से पता चला है कि इनमें ऐसे तत्व होते हैं जिन्हें इमल्सीफायर कहा जाता है. ये बहुत हानिकारक होते हैं. इन चीजों में ज़ैंथन गम, सुक्रालोज़ और सोया लेसिथिन नाम के केमिकल मिलाए जाते हैं जिससे यह इमल्सीफायर हो जाता है।
गुड बैक्टीरिया को तबाह कर देता है
शोध में यह पाया गया है कि ये पदार्थ आंतों में मौजूद गुड बैक्टीरिया को नुकसान पहुंचाते है जिससे आंतों के बायोम में बदलाव होने लगता है. यह स्थिति इंफ्लामेशन और गैस को बढ़ाती है जिससे कोलोन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. अमेरिका की गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिकल एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ. मारिया अब्रू ने कहा कि लंबे समय तक रहने वाली सूजन आंत के कैंसर का कारण बनती है और मुझे लगता है कि युवा लोगों में कैंसर के मामलों के बढ़ने के पीछे यह एक बड़ा कारण है. उन्होंने कहा कि हमारे खाने में जो चीज बहुत तेजी से बदली है, वह है इमल्सीफायर का इस्तेमाल. कई खाद्य पदार्थ इमल्सीफायर होते हैं. पिछले अध्ययनों में यह बताया गया था कि इमल्सीफायर आंतों में मौजूद सुरक्षात्मक परत को नष्ट कर सकते हैं जिससे हानिकारक बैक्टीरिया बढ़ सकते हैं. लेकिन इस अध्ययन में कहा गया है कि इमल्सीफायर कोलोन कैंसर के जोखिम को भी बढ़ा सकता है।
इमल्सीफायर का इस्तेमाल कई खाद्य पदार्थों में होता है. जैसे कि मिठाइयां, सलाद, प्रोसेस्ड मीट आदि में. इन चीजों को पहले से ही बुरी मानी जाती है लेकिन जिन चीजों को अच्छी मानी जाती है और हेल्दी मानी जाती है जैसे कि लो-फैट दही और प्रोटीन उत्पाद, वे भी इमल्सीफायर हो जाती है. जहां डॉक्टर इमल्सीफायर के नुकसान के बारे में चेतावनी दे रहे हैं वहीं अमेरिका की खाद्य एवं औषधि प्रशासन इन्हें सुरक्षित मानती है. 2025 में अमेरिका में 50,000 से अधिक लोगों के कोलन कैंसर से मरने की आशंका है और 1.5 लाख से अधिक लोगों में इसके नए मामले सामने आ सकते हैं. एक्सपर्ट इसकी प्रमुख वजह इन्हीं खाद्य पदार्थों को मानते हैं. इसलिए एक्सपर्ट चेतावनी देते हैं कि इमल्सीफायर वाली चीजों का सेवन नहीं करें तो अच्छा है।