Close Menu
  • उत्तराखंड
  • क्राइम
  • राजनीति
  • स्वास्थ्य
  • देश
  • विदेश
  • वीडियो

Subscribe to Updates

Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.

What's Hot

उत्तराखंड निवेश उत्सव में गृहमंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि

July 19, 2025

श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में अत्याधुनिक तकनीक से ब्रेन का इलाज

July 19, 2025

मुख्यमंत्री का खटीमा आगमन, कांग्रेस छोड़कर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता हुए भाजपा में शामिल

July 19, 2025
Facebook X (Twitter) Instagram
Facebook X (Twitter) Instagram
Narad Post News
Youtube Login
  • उत्तराखंड
  • राजनीति
  • क्राइम
  • पर्यटन
  • मनोरंजन
  • देश
  • विदेश
  • यूथ
  • स्वास्थ्य
  • शिक्षा
  • सामाजिक
  • स्पोर्ट्स
  • वीडियो
Narad Post News
  • उत्तराखंड
  • राजनीति
  • क्राइम
  • पर्यटन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • सामाजिक
  • देश
  • विदेश
Home » इस मंदिर से दिखता है ऐसा नजारा, जैसे भोलेनाथ करा रहे हों साक्षात दर्शन
NARAD POST BREAKING NEWS

इस मंदिर से दिखता है ऐसा नजारा, जैसे भोलेनाथ करा रहे हों साक्षात दर्शन

Where is Madmaheshwar located? How to reach Madmaheshwar Temple?
Narad PostBy Narad PostJuly 9, 2025No Comments4 Mins Read
Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr WhatsApp VKontakte Email
भोलेनाथ करा रहे हों साक्षात दर्शन
भोलेनाथ करा रहे हों साक्षात दर्शन
Share
Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email
खबर को सुनें

 इस मंदिर से दिखता है ऐसा नजारा, जैसे भोलेनाथ करा रहे हों साक्षात दर्शन :  भगवान शिव को समर्पित मधमहेश्वर का मंदिर उत्तराखण्ड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। पंच केदार में द्वितीय स्थान प्राप्त इस मंदिर से पहले भक्त केदारनाथ के दर्शन करते है। मद्महेश्वर में दर्शन उपरांत भक्त यहाँ से, तुंगनाथ, रुद्रनाथ और कल्पेश्वर में जाकर अपनी पंच केदार की यात्रा संपन्न करते है। ऐसा माना जाता है की भगवान शिव यहाँ मध्य भाग (नाभि) के रूप में उत्पन्न हुए थे, जिससे यहाँ उनके मध्य भाग की पूजा होती है। द्वापर युग में बने इस मंदिर का इतिहास हजारो वर्ष पुराना है, जिसका निर्माण पांडव पुत्र भीम द्वारा किया गया।

घास के मैदान, ऊँचे हरे भरे पहाड़, बर्फीली चट्टानें, और शांत वातावरण प्रस्तुत करता यह स्थान किसी को भी लुभाने के लिए काफी है। देहरादून से इस मंदिर की दूरी लगभग 260 किमी की है, जहाँ आप सड़क मार्ग से आ सकते है। हालाँकि ध्यान देने वाली बात यह है की गाडी से आप रांसी गांव तक ही आ सकते है, आगे का मार्ग आपको चलकर पूरा करना होगा।

मंदिर तक पहुंचने का रास्ता थोड़ा दुर्गम है लेकिन मार्ग में दिखने वाले हरे भरे बुग्याल, राज्य फूल ब्रह्मकमल, लुप्त होने की कगार पर कड़ी कस्तूरी मृग, विशेष प्रजाति के पक्षी, सुन्दर गांव आपको मंदिर तक पहुंचने के लिए आनंदित करते रहेंगे। मंदिर प्रांगढ़ में स्थित दो अन्य मंदिर है, जिनमे एक शिव परिवार और दूसरे में भगवान शिव की अर्धनारीश्वर स्वरुप की प्रतिमा है। इसके साथ ही मंदिर के अंदर माता सरस्वती के भी दर्शन कर सकते है। मंदिर से दो किमी की दूरी पर स्थित बूढ़ा मदमहेश्वर के मंदिर से आप चौखम्बा पर्वत को निहार सकते हो।

अत्यधिक ठण्ड और बर्फ़बारी के चलते सर्दियों में मंदिर के द्वार बंद कर दिए जाते है। अतः भगवान शिव की पूजा अर्चना हेतु शिव की प्रतिमा को उखीमठ ले जाया जाता है। मंदिर में पूजा अर्चना दक्षिण राज्य कर्नाटक से आए जंगम समुदाय के पुजारी द्वारा की जाती है। पांडवो द्वारा निर्मित सभी पंच केदार एक ही कथा से जुड़े हुए है।

कहा जाता है की कुरुक्षेत्र के युद्ध पश्चात जब अपने भाइयो और गुरुओ की हत्या से पांडव व्यथित थे। शोक में व्याकुल पांडव अपना राज पाठ त्याग कर उसे अपने परिजनों को सुपुर्द करके भगवान शिव की खोज में काशी जा पहुंचे। लेकिन पांडवो से नाराज भगवान शिव ने उनकी प्राथना को अनसुना कर दिया और उनसे बचने के लिए एक बैल का रूप धारण कर लिया। थके हारे पांडव शिव जी को खोजते हुए गुप्तकाशी जा पहुंचे। एक स्थान पर बैठे ही थे की भीम की नजर निकट ही घास चर रहे एक बैल पर जा पड़ी। भीम ने तुरंत भांप लिया की भगवान शिव बैल का रूप धारण किये हुए है, जैसे ही भीम ने बैल का पैर और पूँछ पकड़नी चाही, बैल रूप में भगवान शिव धरती में अंतर्ध्यान हो गए।

अंतर्ध्यान होने के पश्चात भगवान शिव ने अपने असल रूप में पांच अलग स्थान पर अपने पांच अंग से दर्शन दिए। भगवान शिव के दर्शन पाकर पांडव मंत्रमुग्ध हो गए और अपने किये गए पापो का प्रायश्चित मांगने लगे। इन पांचो स्थल पर पांडवो ने पूजा अर्चना के बाद भगवान शिव की आराधना हेतु मंदिर का निर्माण किया। उनकी इस भक्ति भाव को देखकर भगवान शिव ने उन्हें क्षमा कर दिया।

मदमहेश्वर कहां स्थित है ?,

यह मंदिर चौखंभा पर्वत की तलहटी में स्थित है।
रुद्रप्रयाग जिले के रांसी गांव से लगभग 18 किलोमीटर की ट्रेकिंग के बाद मंदिर तक पहुंचा जाता है।

कैसे पहुंचे मदमहेश्वर मंदिर ?

रांसी गांव तक आप बस, कार या टैक्सी से रुद्रप्रयाग होते हुए पहुंच सकते हैं।
रांसी से गौंडार तक 2 किमी का रास्ता शेयर टैक्सी से तय किया जा सकता है।
इसके बाद लगभग 16 किलोमीटर की ट्रेकिंग करनी होती है – ये रास्ता सुंदर घाटियों, झरनों और ऊँचे पेड़ों से भरपूर होता है।

#BabaBholenath #BholenathCalling #BholeNathDarshan #BholenathTemple #DevineExperience #DivineLight #GodsOwnView #HeavenlyView #HimalayanTemple #HolyPlace #InstaTemple #LordShivaTempleView #MandirDarshan #MandirVlog #MeditativePlace #MysticalTemple #MysticView #PeacefulPlace #SacredJourney #SacredMountains #SacredSpot #SacredView #SereneTemple #ShivaDarshan #ShivaDevotee #ShivaLovers #ShivaParvati #ShivaPerspective #ShivaScene #ShivaSight #ShivaTempleIndia #ShivBhakt #SpiritualBeauty #SpiritualEscape #SpiritualTravel #SpiritualVibes #TempleInIndia #TempleTour #TempleVibes #TranquilTemples Dehradun DivineDarshan DivineEnergy HiddenTemples IncredibleIndia MysticIndia narad post narad post breaking news ShivaBlessings ShivaPower ShivShakti SpiritualIndia UnseenIndia uttarakhand इस मंदिर से दिखता है ऐसा नजारा जैसे भोलेनाथ करा रहे हों साक्षात दर्शन
Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr WhatsApp Email
Previous ArticleDM Savin Bansal ने रायफल से निकाला “रास्ता”
Next Article ब्रह्मांड की मौत का टाइमटेबल? वैज्ञानिक बोले- यह ठंडा होकर नहीं मरेगा, सिकुड़ कर खत्म होगा!
Narad Post

Related Posts

उत्तराखंड निवेश उत्सव में गृहमंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि

July 19, 2025

श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में अत्याधुनिक तकनीक से ब्रेन का इलाज

July 19, 2025

मुख्यमंत्री का खटीमा आगमन, कांग्रेस छोड़कर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता हुए भाजपा में शामिल

July 19, 2025

कावड़ श्रद्धालुओं के लिए पुलिस प्रशासन बना देवदूत

July 19, 2025
Leave A Reply Cancel Reply

Advt.
//

“Narad Post” निष्पक्ष और विश्वसनीय खबरों का स्रोत है, जो राजनीति, समाज, व्यापार और मनोरंजन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं को सरल रूप में प्रस्तुत करता है। हमारी टीम का उद्देश्य सच्चाई और तथ्यपूर्ण जानकारी को निडर पत्रकारिता के माध्यम से आप तक पहुँचाना है।

Our Picks
  • Facebook
  • Twitter
  • Pinterest
  • Instagram
  • YouTube
  • Vimeo
Don't Miss
UTTARAKHAND BREAKING NEWS

उत्तराखंड निवेश उत्सव में गृहमंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि

By Narad PostJuly 19, 20250

उत्तराखंड निवेश उत्सव में गृहमंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि ;- मुख्यमंत्री धामी ने रूद्रपुर पहुंचकर…

श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में अत्याधुनिक तकनीक से ब्रेन का इलाज

July 19, 2025

मुख्यमंत्री का खटीमा आगमन, कांग्रेस छोड़कर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता हुए भाजपा में शामिल

July 19, 2025

कावड़ श्रद्धालुओं के लिए पुलिस प्रशासन बना देवदूत

July 19, 2025
Contact:

Ananya Sahgal, Editor
Address: 75A, Friends Plaza Rajpur Road Dehradun Uttarakhand
Phone: +918218446859
Email: naradpostuk@gmail.com

About Us
About Us

"Narad Post" निष्पक्ष और विश्वसनीय खबरों का स्रोत है, जो राजनीति, समाज, व्यापार और मनोरंजन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं को सरल रूप में प्रस्तुत करता है। हमारी टीम का उद्देश्य सच्चाई और तथ्यपूर्ण जानकारी को निडर पत्रकारिता के माध्यम से आप तक पहुँचाना है।

Our Picks
Facebook X (Twitter) Instagram YouTube
  • उत्तराखंड
  • क्राइम
  • राजनीति
  • स्वास्थ्य
  • देश
  • विदेश
  • वीडियो
© 2025 Developed By: Tech Yard Labs.

Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

Sign In or Register

Welcome Back!

Login to your account below.

Lost password?