चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं पर सरकार का फोकस : उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने चार धाम यात्रा शुरू होने से पहले विभागों की बैठकों में कड़े निर्देश दिए थे कि कोई भी चूक या अव्यवस्था न होने पाए। ऐसे में में घोड़े-खच्चरों की व्यवस्था से लेकर आँचल डेयरी के ब्रांड को जन जन तक पहुंचाने के लिए किये गए प्रयासों की उन्होंने विस्तृत जानकारी दी। युवा मंत्री सौरभ ने बताया कि चारधाम यात्रा में घोड़े और खच्चर श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। खासकर केदारनाथ यात्रा में प्रतिदिन लगभग 9,000 श्रद्धालुओं को यात्रा कराने की व्यवस्था की जाती है। वर्ष 2022 में घोड़े-खच्चरों पर क्रूरता और उनकी मृत्यु की घटनाओं के बाद सरकार ने कई कदम उठाए हैं । हमने गर्म पानी, डॉक्टरों की तैनाती, टीन शेड और टास्क फोर्स की व्यवस्था की है। वहीँ भारी संख्या में यात्रियों के आने से पशुपालकों की आमदनी में भी शानदार बढ़ोत्तरी हुई है।
मंत्री सौरभ बहुगुणा ने बताया कि इस बार भी घोड़ों का रजिस्ट्रेशन और स्वास्थ्य जांच 20 दिन पहले शुरू की गई थी । पॉजिटिव पाए गए घोड़ों को क्वारंटाइन कर इलाज के बाद ही यात्रा में शामिल किया गया ।
सरकार का उद्देश्य न केवल श्रद्धालुओं की सुविधा सुनिश्चित करना है, बल्कि घोड़े-खच्चरों के कल्याण को भी प्राथमिकता देना है। इसके लिए यात्रा मार्ग पर चिकित्सा सुविधाओं और पशुओं के लिए उचित आश्रय की व्यवस्था की गई है। टास्क फोर्स निरंतर निगरानी करती है, ताकि पशुओं के साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार न हो।
खच्चर संचालकों के रेट और शिकायतें पर सौरभ बहुगुणा ने कहा कि 2022 के बाद ऐसी शिकायतें नहीं आईं। रेट तय हैं और हर घोड़े को एक चक्कर की अनुमति है, ताकि उन पर अत्याचार न हो। यह सुनिश्चित किया गया है कि यात्रा मार्ग पर पारदर्शिता बनी रहे। आपको बता दें कि युवा मंत्री सौरभ लगातार यात्रा मार्गों पर अपने विभागीय ज़िम्मेदारियों मॉनिटरिंग करते हुए समय समय पर ग्राउंड ज़ीरो पर जाकर दौरे भी कर रहे हैं।
आँचल उत्पादों को मिली नई पहचान – बहुगुणा
चार धाम यात्रा शुरू होने से पहले राज्य के दुग्ध विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने आँचल मिल्क के उत्पादन, बिक्री और समग्र विकास पर केंद्रित एक कार्ययोजना पर चर्चा और समीक्षा भी की थी ।पशुपालन मंत्री ने अधिकारियों को चार धाम यात्रा मार्गों और अन्य तीर्थयात्रा मार्गों पर चल रही शीतकालीन तीर्थयात्रा के दौरान आँचल दूध उत्पादों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए थे। वर्तमान चार धाम यात्रा और आदि कैलाश यात्रा के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार की गयी थी जिसके बाद सफलतापूर्वक बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और टूरिस्टों को आँचल दूध और उसके स्वादिष्ट उत्पाद उपलब्ध कराये जा रहे हैं।