धराली के बाद अब स्यानाचट्टी में तबाही! सैकड़ों लोग बेघर :- उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले से एक चिंताजनक खबर सामने आई है, स्यानाचट्टी क्षेत्र में यमुना नदी का अचानक प्रवाह रुकने के कारण वहां एक झील का निर्माण हो गया है, जिससे स्थानीय आबादी और बुनियादी ढांचे को खतरा पैदा हो गया है। इस घटना के कारण आसपास की सड़कों, पुलों और भवनों में पानी घुसने लगा है, जिसको देखते हुए पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने तुरंत ही क्षेत्र को खाली करवाया है।
मौसम साफ होने के बावजूद, कुपड़ा खड्ड में मलबा और बोल्डर गिरने के कारण यमुना का प्रवाह बाधित हो गया है। इससे पहले नदी का जलस्तर कम हुआ था, लेकिन देर शाम को फिर मलबा आने से नदी का बहाव रुक गया, और झील का आकार बढ़ने लगा।
बारिश और धूप के साथ ही मलबा और पत्थर यमुना नदी में बहकर आ रहे हैं, जो नदी के प्रवाह को प्रभावित कर रहे हैं। सिंचाई विभाग की तीन पोकलेन मशीनें इस क्षेत्र में नदी के चैनलाइजेशन का कार्य कर रही हैं, परंतु रुक-रुक कर आने वाले मलबे ने काम में बाधा उत्पन्न कर दी है।
स्थानीय निवासियों ने समस्या का स्थायी समाधान निकालने और स्यानाचट्टी को सुरक्षित बनाने की मांग की है उनका कहना है कि बड़े-बड़े बोल्डर नदी के बहाव में रुकावट डाल रहे हैं, जिन्हें तत्काल हटाया जाना चाहिए।
जैसे ही झील बनने और पानी के आबादी वाले क्षेत्र में घुसने की सूचना मिली, तत्काल पुलिस ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का निर्देश दिया। एसडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद है और राहत कार्यों में लगी है। जिले के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने कहा कि एनडीआरएफ की टीम झील को खोलने के लिए काम कर रही है, और साथ ही राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, पुलिस और जिला प्रशासन की टीमें स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, झील को सुरक्षित तरीके से खोलने का प्रयास किया जाएगा। अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं, ताकि स्थिति पर नियंत्रण रखा जा सके।