UttarakhandNewYearCelebration : उत्तराखंड में मनाइये नए साल का जश्न :- उत्तराखंड, जिसे देवभूमि के नाम से जाना जाता है, नए साल का जश्न मनाने के लिए एक बेहतरीन जगह है। यहां के शांत पहाड़, बर्फ से ढकी चोटियां, और सुंदर झीलें इस समय को और खास बना देती हैं। अगर आप भी इस बार अपने नए साल का स्वागत खास तरीके से करना चाहते हैं, तो उत्तराखंड के ये स्थान आपके लिए परफेक्ट हैं।उत्तराखंड में नए साल का जश्न मनाने के कई फायदे हैं। उत्तराखंड में नए साल का जश्न मनाना एक यादगार अनुभव हो सकता है। यहां के हिल स्टेशन, धार्मिक स्थल, और एडवेंचर एक्टिविटीज आपको एक अलग अनुभव देंगे।
मसूरी: क्वीन ऑफ हिल्स
मसूरी को ‘पहाड़ों की रानी’ कहा जाता है। यह जगह नए साल का जश्न मनाने के लिए परफेक्ट है। सर्दियों के दौरान यहां की वादियां बर्फ की सफेद चादर से ढक जाती हैं। मॉल रोड, कैम्पटी फॉल, और गन हिल जैसी जगहें पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। यहां आप शांत वातावरण का आनंद ले सकते हैं और साथ ही मॉल रोड पर खरीदारी भी कर सकते हैं। मसूरी में हर साल नए साल पर खास आयोजन होते हैं। देहरादून से यह जगह सिर्फ 35 किलोमीटर की दूरी पर है, और आप आसानी से टैक्सी या बस से यहां पहुंच सकते हैं। सर्दियों में यहां का तापमान माइनस तक पहुंच जाता है, इसलिए गर्म कपड़े साथ जरूर लाएं। मसूरी में स्टे के लिए कई अच्छे होटल और रिसॉर्ट्स उपलब्ध हैं, जो आपके अनुभव को और खास बना देंगे।
नैनीताल: झीलों का शहर
नैनीताल का प्राकृतिक सौंदर्य इसे उत्तराखंड के सबसे खास स्थलों में से एक बनाता है। यहां की नैनी झील पर बोटिंग करना एक अद्भुत अनुभव होता है। सर्दियों में यह जगह बर्फ से ढक जाती है, और झील का दृश्य बेहद खूबसूरत हो जाता है। मॉल रोड पर लगे बाजार में आप शॉपिंग कर सकते हैं और लजीज खाने का आनंद ले सकते हैं।
नैना देवी मंदिर और स्नो व्यू प्वाइंट यहां के प्रमुख आकर्षण हैं। नैनीताल हल्द्वानी से 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यहां तक पहुंचना बेहद आसान है। काठगोदाम रेलवे स्टेशन से आप टैक्सी लेकर नैनीताल जा सकते हैं। नए साल पर यहां होने वाले खास कार्यक्रम और संगीत समारोह आपकी यात्रा को यादगार बना देंगे।
औली: स्कीइंग का स्वर्ग
औली, उत्तराखंड का स्कीइंग डेस्टिनेशन, सर्दियों में बर्फबारी के कारण आकर्षण का केंद्र बन जाता है। यहां के बर्फ से ढके ढलान और चारों ओर फैली सफेद चादर इसे परियों की दुनिया जैसा बनाते हैं। औली में स्कीइंग करना एक अनूठा अनुभव है। इसके अलावा केबल कार की सवारी से आप हिमालय की अद्भुत चोटियों का नजारा देख सकते हैं।
सरसों का तेल और लहसुन के फायदे
औली जोशीमठ से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ऋषिकेश रेलवे स्टेशन और जॉली ग्रांट एयरपोर्ट से आप जोशीमठ पहुंचकर औली के लिए टैक्सी या केबल कार ले सकते हैं। यहां के पास में ही गोरसोंBUGYAL, कुंवारी पास ट्रेक और चत्रकुंड जैसी जगहें भी घूमने लायक हैं। औली का शांत वातावरण और ठंडी हवा आपको नए साल का स्वागत खास तरीके से करने का मौका देंगे।
ऋषिकेश: आध्यात्मिकता और एडवेंचर का संगम
ऋषिकेश आध्यात्मिकता और एडवेंचर का अनोखा मेल है। यहां की गंगा आरती एक अलौकिक अनुभव देती है। नए साल पर आप यहां रिवर राफ्टिंग, बंजी जंपिंग, और कैम्पिंग जैसे एडवेंचर का मजा ले सकते हैं। लक्ष्मण झूला और राम झूला पर टहलते हुए गंगा की सुंदरता को निहारना मन को शांति देता है।
ऋषिकेश हरिद्वार से सिर्फ 20 किलोमीटर की दूरी पर है और आप यहां सड़क मार्ग से आसानी से पहुंच सकते हैं। जॉली ग्रांट एयरपोर्ट और ऋषिकेश रेलवे स्टेशन यहां के प्रमुख कनेक्शन हैं। नए साल की रात ऋषिकेश के कैंप में बिताना और अलाव के पास दोस्तों के साथ समय गुजारना एक अद्भुत अनुभव है। अगर आप नए साल पर शांति और रोमांच चाहते हैं, तो ऋषिकेश आपके लिए परफेक्ट जगह है।
कौसानी: प्राकृतिक सुंदरता का अद्भुत दृश्य
कौसानी को ‘भारत का स्विट्जरलैंड’ कहा जाता है। यहां से हिमालय की चोटियों का 300 किलोमीटर लंबा नजारा देखा जा सकता है। कौसानी में शांत वातावरण और प्राकृतिक सुंदरता आपको नए साल पर सुकून का अनुभव कराएगी। गांधी जी ने भी इस जगह की तारीफ की थी और इसे ‘दुनिया का सबसे सुंदर स्थान’ कहा था।
यहां आप अनाशक्ति आश्रम, चाय के बागान, और बैजनाथ मंदिर देख सकते हैं। कौसानी अल्मोड़ा से 53 किलोमीटर की दूरी पर है और यहां तक पहुंचने के लिए आप पंतनगर एयरपोर्ट या काठगोदाम रेलवे स्टेशन का उपयोग कर सकते हैं। यहां के स्थानीय होमस्टे और रिसॉर्ट्स आपकी यात्रा को और खास बना देंगे।कौसानी शांत और सुकून भरी जगह है, जहां आप प्रकृति के बीच नए साल का जश्न मना सकते हैं।
रानीखेत: आर्मी कैंटोनमेंट और प्रकृति का संगम
रानीखेत अपने शांत और हरे-भरे वातावरण के लिए जाना जाता है। यह स्थान भारतीय सेना के कुमाऊं रेजिमेंट का मुख्यालय भी है। यहां के गोल्फ कोर्स और चौबटिया गार्डन बेहद प्रसिद्ध हैं। सर्दियों में रानीखेत बर्फ की सफेद चादर से ढक जाता है, जो इसे और खूबसूरत बनाता है। आप यहां बर्फबारी का मजा ले सकते हैं और जंगल की सैर कर सकते हैं। रानीखेत अल्मोड़ा से 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और आप हल्द्वानी या काठगोदाम से टैक्सी लेकर यहां पहुंच सकते हैं। नए साल के मौके पर यहां का शांत और खूबसूरत वातावरण आपके दिल को छू लेगा।
चोपता: मिनी स्विट्जरलैंड
चोपता को ‘उत्तराखंड का मिनी स्विट्जरलैंड’ कहा जाता है। यह जगह तुंगनाथ और चंद्रशिला ट्रेक के लिए मशहूर है। सर्दियों में चोपता बर्फ से ढक जाता है और यहां कैंपिंग करना एक यादगार अनुभव होता है। चोपता रुद्रप्रयाग से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ऋषिकेश रेलवे स्टेशन और जॉली ग्रांट एयरपोर्ट से रुद्रप्रयाग पहुंचकर आप चोपता जा सकते हैं। यहां का शांत वातावरण और अद्भुत नजारे आपके नए साल को खास बना देंगे। अगर आप एडवेंचर और प्रकृति का संगम चाहते हैं, तो चोपता जरूर जाएं। चोपता ट्रेकिंग और कैंपिंग के लिए मशहूर जगह है।
