AC में भी लगती है ज़्यादा गर्मी: गर्मी का मौसम आते ही लोग कूलर, पंखे और एयर कंडीशनर (AC) का सहारा लेने लगते हैं। लेकिन क्या आपने कभी महसूस किया है कि कुछ लोग AC में बैठने के बावजूद भी पसीने-पसीने हो जाते हैं? उन्हें दूसरों की तुलना में ज़्यादा गर्मी लगती है। अगर आपके साथ या आपके किसी जानने वाले के साथ ऐसा हो रहा है, तो इसे नजरअंदाज़ करना सही नहीं होगा, क्योंकि इसके पीछे कुछ चिकित्सकीय (मेडिकल) कारण हो सकते हैं।
1. दवाओं का असर
कुछ दवाएं शरीर के तापमान को प्रभावित कर सकती हैं। उदाहरण के लिए, एंटीडिप्रेसेंट्स, हाई ब्लड प्रेशर की दवाएं, हार्मोनल ट्रीटमेंट आदि शरीर की तापमान नियंत्रित करने की क्षमता को घटा सकते हैं। अगर आपने हाल ही में कोई नई दवा लेना शुरू किया है और तभी से गर्मी अधिक लग रही है, तो यह संकेत हो सकता है कि उस दवा का प्रभाव है। ऐसे में डॉक्टर से परामर्श ज़रूर लें।
2. हाइपरथायरॉइडिज़्म (Hyperthyroidism)
थायरॉइड ग्रंथि जब ज़रूरत से ज़्यादा हार्मोन (T3, T4) बनाती है, तो शरीर का मेटाबॉलिज्म तेज हो जाता है। इसके कारण शरीर का तापमान बढ़ता है और इंसान को ज़्यादा गर्मी लगती है। यह स्थिति अत्यधिक पसीना, दिल की धड़कन तेज़ होना और चिड़चिड़ापन जैसे लक्षणों के साथ आती है।
3. स्ट्रेस और एंग्ज़ायटी
जब हम तनाव या चिंता में होते हैं, तो शरीर फाइट-ऑर-फ्लाइट मोड में चला जाता है। इस दौरान एड्रेनालिन और कोर्टिसोल जैसे हार्मोन रिलीज़ होते हैं, जिससे दिल की धड़कन और शरीर का तापमान बढ़ जाता है। इससे शरीर गर्म महसूस करता है और पसीना अधिक आता है।
4. हाइपरहाइड्रोसिस (Hyperhidrosis)
यह एक मेडिकल कंडीशन है, जिसमें व्यक्ति को सामान्य से ज़्यादा पसीना आता है। यह हाथों, पैरों, अंडरआर्म्स या पूरे शरीर में हो सकता है। यह पसीना भले ही शरीर को ठंडा करने के लिए निकलता है, लेकिन ज़रूरत से ज़्यादा पसीना उल्टा गर्मी और असहजता का कारण बनता है।
5. हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure)
उच्च रक्तचाप में रक्त नलिकाएं संकरी हो जाती हैं और शरीर में ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है। इससे शरीर के विभिन्न अंगों तक पर्याप्त ऑक्सीजन और खून नहीं पहुंचता, जिससे शरीर का तापमान नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है और गर्मी ज़्यादा महसूस होती है।
6. भोजन और जीवनशैली से जुड़ी आदतें
बहुत ज़्यादा तेल-मसाले वाला खाना, कैफीन, या अल्कोहल लेने से शरीर का तापमान बढ़ सकता है। साथ ही, नींद की कमी, व्यायाम की कमी या डिहाइड्रेशन से भी गर्मी की अनुभूति बढ़ जाती है।
राहत के उपाय:
-
हल्के और सूती कपड़े पहनें ताकि त्वचा सांस ले सके और पसीना सोखा जा सके।
-
दिनभर में भरपूर पानी पिएं। नींबू पानी, नारियल पानी, छाछ जैसे हाइड्रेटिंग ड्रिंक्स मददगार हैं।
-
तेज धूप में बाहर जाने से बचें और अगर जाना ही पड़े, तो छतरी या टोपी का इस्तेमाल करें।
-
भोजन में तेल और मसाले की मात्रा कम करें, कैफीन से परहेज़ करें।
-
AC या कूलर का प्रयोग करें, लेकिन सीधे हवा में बैठने से बचें।
-
तनाव को कम करने के लिए योग, मेडिटेशन या गहरी सांस लेने की तकनीकें अपनाएं।
कब डॉक्टर से संपर्क करें?
अगर आपको लगातार पसीना आता है, बेचैनी बनी रहती है, हार्टबीट तेज होती है, या शरीर का तापमान सामान्य से ज़्यादा लगता है, तो ये किसी गंभीर स्थिति के संकेत हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।