Child Health : क्या डायपर पहनाने से बच्चों की किडनी खराब हो जाती है? सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा :- आजकल के मॉडर्न दुनिया में पेरेंट्स के लिए डायपर (diaper) बच्चों की देखभाल करने का खास जरिया बन गया है। घर पर हों या बाहर, डायपर (diaper) से बच्चे को आराम मिलता है और पेरेंट्स को सुविधा।
छोटे बच्चे बार-बार सुसु-पोटी कर देते हैं, जिससे कपड़े बदलना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में ज्यादातर पेरेंट्स अपने बच्चों को डायपर पहनाते हैं। लेकिन हाल ही में सोशल मीडिया (Social Media) पर एक वीडियो वायरल (video viral) हुआ, जिसमें दावा किया गया कि डायपर पहनाने से बच्चों की किडनी खराब हो सकती है।
वायरल वीडियो (video viral) में एक व्यक्ति, जिसे डॉक्टर (Doctor) बताया गया, महिला से कहता है कि बच्चों को डायपर बिल्कुल न पहनाएं, वरना किडनी खराब (kidney failure) हो जाती है। इस दावे पर चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि डायपर पहनाने से किडनी पर कोई असर नहीं पड़ता।
डायपर सिर्फ पेशाब को सोखता है, जबकि किडनी शरीर के अंदर ब्लड फिल्टर करने का काम करती है। इसलिए यह दावा पूरी तरह गलत और भ्रामक है।
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डॉ. ने कहा कि अगर बच्चा लंबे समय तक गीला डायपर (wet diaper) पहने रहता है, तो स्किन रैशेज, इन्फेक्शन और कभी-कभी यूटीआई का खतरा बढ़ सकता है। यह समस्या डायपर की वजह से होती है, लेकिन इससे किडनी फेलियर जैसी गंभीर समस्या नहीं होती। इसलिए डायपर समय पर बदलना बेहद जरूरी है।
पेरेंट्स (Parents) के लिए खास सलाह
डॉक्टर के मुताबिक हर 3-4 घंटे में डायपर बदलें (Change diaper every 3-4 hours) और बच्चे के पोटी करने के तुरंत बाद भी नया डायपर पहनाएं। हर बार डायपर बदलने के बाद बेबी वाइप या गुनगुने पानी से सफाई करें और स्किन को सूखने दें। रात में सोने से पहले फ्रेश डायपर पहनाना चाहिए। दिन में कुछ समय के लिए बच्चे को डायपर-फ्री टाइम दें ताकि स्किन सांस ले सके। अगर आप सिंथेटिक डायपर से डरते हैं, तो क्लॉथ या ऑर्गेनिक कॉटन डायपर (Cloth or organic cotton diapers) भी सुरक्षित और सॉफ्ट विकल्प हैं।
