Close Menu
  • उत्तराखंड
  • क्राइम
  • राजनीति
  • स्वास्थ्य
  • देश
  • विदेश
  • वीडियो

Subscribe to Updates

Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.

What's Hot

ABVP 71st National Convention : समर्पित ऊर्जावान युवाओं का महासंगम है ABVP अधिवेशन – धामी

December 1, 2025

World AIDS Day : HIV पॉजिटिव होना ‘जिंदगी का अंत’ नहीं! World AIDS Day पर दूर करें इस बीमारी से जुड़े मिथक

December 1, 2025

Disaster Management World Summit 2025 : पर्यावरण की समस्याओं का प्रभावी समाधान करना होगा- राज्यपाल

December 1, 2025
Facebook X (Twitter) Instagram
Facebook X (Twitter) Instagram
Narad Post News
Youtube Login
  • उत्तराखंड
  • राजनीति
  • क्राइम
  • पर्यटन
  • मनोरंजन
  • देश
  • विदेश
  • यूथ
  • स्वास्थ्य
  • शिक्षा
  • सामाजिक
  • स्पोर्ट्स
  • वीडियो
Narad Post News
  • उत्तराखंड
  • राजनीति
  • क्राइम
  • पर्यटन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • सामाजिक
  • देश
  • विदेश
Home » Disaster Management World Summit 2025 : पर्यावरण की समस्याओं का प्रभावी समाधान करना होगा- राज्यपाल
देहरादून

Disaster Management World Summit 2025 : पर्यावरण की समस्याओं का प्रभावी समाधान करना होगा- राज्यपाल

In his address, the Governor said that environmental management and research in science and technology.
Narad PostBy Narad PostDecember 1, 2025No Comments3 Mins Read
Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr WhatsApp VKontakte Email
Disaster Management World Summit 2025
Disaster Management World Summit 2025 : पर्यावरण की समस्याओं का प्रभावी समाधान करना होगा- राज्यपाल
Share
Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email
खबर को सुनें

Disaster Management World Summit 2025 : पर्यावरण की समस्याओं का प्रभावी समाधान करना होगा  :- आपदाएं सर्वव्यापी, तो समाधान भी सार्वभौमिक होने चाहिए- डॉ. अनिल जोशी, ‘हैस्को’  ‘टीच एंड ट्रेन योर सोसाइटी’ के सिद्धांत पर कार्य करना होगा- राजेंद्र प्रसाद, एनडीएमए. 

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने आपदा प्रबंधन विश्व शिखर सम्मेलन-2025 तथा 20वां उत्तराखण्ड राज्य एवं तकनीकी सम्मेलन के समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया।

तुलसी के पत्तों का पानी पीने के फायदे
राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि पर्यावरण प्रबंधन तथा विज्ञान और तकनीक के शोध, चिंतन-मंथन और विचार करने के लिए उपस्थित हुए सभी लोग प्रशंसा के पात्र हैं। पर्यावरण के संरक्षण से जुड़ी समस्याओं का विज्ञान और तकनीक के साथ-साथ नीतिगत, सामाजिक और संस्थागत तरीके से समाधान निकाल रहे हैं।

राज्यपाल ने कहा कि पर्यावरण जिस तरह से दूषित हो रहा है वह चेतावनी की सीमा से परे पहुंच चुका है। हम पृथ्वी और प्रकृति की चेतावनी को अनसुना ना करें, कोविड-19 ने हमें चेताया भी था कि हमको विकास के नीतिगत प्रयास करने होंगे। पर्यावरण क्षेत्र में भारी इंजीनियरिंग के स्थान पर परंपरागत और पर्यावरण अनुकूलित निर्माण को प्राथमिकता देनी होगी। उन्होंने कहा कि हिमालय के निवासियों को अधिक जिम्मेदारी लेनी होगी और पर्यावरण संरक्षण के आसान रास्ते तलाशने होंगे।

राज्यपाल ने सम्मेलन में भागीदारी कर रहे चिंतकों और विचारकों को पर्यावरण बचाव के ब्रांड एंबेसडर बताते हुए सभी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन ‘एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य’ की अवधारणा को आत्मसात करने का संकल्प लेने को कहा। उन्होंने पर्यावरण एवं संरक्षण के लिए जन भागीदारी बढ़ाने, पर्यावरण से जोड़ने तथा जन समुदायों के प्रशिक्षण का आह्वान किया। उन्होंने 5ई-इंगेज, एजुकेट, इनेबल, एंपावर और एक्सल के सिद्धांत को आपदा प्रबंधन के लिए उपयोगी बताया।

खाली पेट पपीता खाने के फायदे

हैस्को के संस्थापक पदमश्री डॉ. अनिल प्रकाश जोशी ने अपने संबोधन में कहा कि आपदा प्रकृति की प्रतिक्रिया होती है। आज दुनिया में आपदा से कोई भी सुरक्षित नहीं। यदि किसी को लगता है कि वह आज सुरक्षित है तो तय मानिए कि कल उसके पास भी आपदा आने के पूरे आसार हैं।

इसीलिए जब आपदा का प्रभाव सर्वत्र है तो  इसके निराकरण के प्रयास भी सभी को सामूहिक रूप से करने होंगे। कहा कि एक सामूहिक रोडमैप बनाने की जरूरत है, जिसमें सभी स्तर पर सभी जनमानस का योगदान सम्मिलित हो। लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। प्रकृति को दूषित करने की प्रवृत्तियों को तन- मन से छोड़ना होगा तथा अच्छी आदतों को आत्मसात करना होगा।

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एचओडी सदस्य राजेंद्र सिंह चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि भारत आपदा की दृष्टि से टॉप 10 संवेदनशील देश में शामिल है। उन्होंने कहा कि आज देश के हर नागरिक को आपदा से बचाव के तौर-तरीके जानने की आवश्यकता है तथा आपदा के जोखिम को बढ़ाने वाली छोटी-बड़ी आदतों को त्यागना होगा।

उन्होंने कहा कि एनडीएमए की आपदा पूर्व चेतावनी प्रणाली की जानकारी देने वाला सचेत ऐप ने आपदा के दौरान बहुत जान बचाई है।  उन्होंने सभी नागरिकों को सचेत ऐप को डाउनलोड करने का आग्रह किया। कहा कि सभी को टीच एंड ट्रेन योर कम्युनिटी के सिद्धांत को अपनाना होगा। इसके अतिरिक्त भूकंप रोधी निर्माण, प्लास्टिक और कूड़े का सही निस्तारण व जल संरक्षण के छोटे-छोटे प्रयासों को भी अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना होगा।

5E Principles Disaster Management Aapda Mitra Volunteers Air Quality Disaster Impact Climate Change Adaptation Himalaya Cloudburst Flash Floods Uttarakhand Community Participation Disasters COVID-19 Environment Warning Disaster Management World Summit 2025 Dr Anil Joshi HESCO Early Warning Systems India Earthquake Resistant Buildings Eco-Friendly Construction Himalaya Engage Educate Enable Empower Excel Environmental Problems Solutions Fire Space Disaster Resilience Forest Cover Increase Uttarakhand Glacier Melting Himalayas Gross Environmental Product Himalaya Disaster Resilience khoji narad Lt Gen Gurmit Singh Maiti Movement Afforestation​ narad post narad post breaking news NDMA Rajendra Prasad PM Modi One Earth Vision Pushkar Singh Dhami SachEt App NDMA Spring Rejuvenation Authority Sustainable Land Management Teach Train Your Society Universal Disaster Solutions Uttarakhand Governor Gurmeet Singh Waste Management Himalaya Water Access Crisis Response Water Conservation Uttarakhand पर्यावरण की समस्याओं का प्रभावी समाधान करना होगा- राज्यपाल
Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr WhatsApp Email
Previous ArticleUttarakhand Lok Virasat 2025 : उत्तराखंड लोक विरासत देख मुख्यमंत्री हुए गदगद
Next Article World AIDS Day : HIV पॉजिटिव होना ‘जिंदगी का अंत’ नहीं! World AIDS Day पर दूर करें इस बीमारी से जुड़े मिथक
Narad Post

Related Posts

ABVP 71st National Convention : समर्पित ऊर्जावान युवाओं का महासंगम है ABVP अधिवेशन – धामी

December 1, 2025

World AIDS Day : HIV पॉजिटिव होना ‘जिंदगी का अंत’ नहीं! World AIDS Day पर दूर करें इस बीमारी से जुड़े मिथक

December 1, 2025

Uttarakhand Lok Virasat 2025 : उत्तराखंड लोक विरासत देख मुख्यमंत्री हुए गदगद

December 1, 2025

Shashi Tharoor : बीजेपी में जा सकते है दिग्गज कोंग्रेसी शशि थरूर !

December 1, 2025
Leave A Reply Cancel Reply

Advt.
Advt.
https://naradpost.com/wp-content/uploads/2025/10/Vertical-V1-MDDA-Housing-1-1.mp4
Advt.
https://naradpost.com/wp-content/uploads/2025/10/MDDA-Final-Vertical-2-1-1.mp4
//

“Narad Post” निष्पक्ष और विश्वसनीय खबरों का स्रोत है, जो राजनीति, समाज, व्यापार और मनोरंजन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं को सरल रूप में प्रस्तुत करता है। हमारी टीम का उद्देश्य सच्चाई और तथ्यपूर्ण जानकारी को निडर पत्रकारिता के माध्यम से आप तक पहुँचाना है।

Our Picks
  • Facebook
  • Twitter
  • Pinterest
  • Instagram
  • YouTube
  • Vimeo
Don't Miss
देश

ABVP 71st National Convention : समर्पित ऊर्जावान युवाओं का महासंगम है ABVP अधिवेशन – धामी

By Narad PostDecember 1, 20250

ABVP 71st National Convention :  समर्पित ऊर्जावान युवाओं का महासंगम है ABVP अधिवेशन :- मुख्यमंत्री…

World AIDS Day : HIV पॉजिटिव होना ‘जिंदगी का अंत’ नहीं! World AIDS Day पर दूर करें इस बीमारी से जुड़े मिथक

December 1, 2025

Disaster Management World Summit 2025 : पर्यावरण की समस्याओं का प्रभावी समाधान करना होगा- राज्यपाल

December 1, 2025

Uttarakhand Lok Virasat 2025 : उत्तराखंड लोक विरासत देख मुख्यमंत्री हुए गदगद

December 1, 2025
Contact:

Ananya Sahgal, Editor
Address: 75A, Friends Plaza Rajpur Road Dehradun Uttarakhand
Phone: +918218446859
Email: naradpostuk@gmail.com

About Us
About Us

"Narad Post" निष्पक्ष और विश्वसनीय खबरों का स्रोत है, जो राजनीति, समाज, व्यापार और मनोरंजन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं को सरल रूप में प्रस्तुत करता है। हमारी टीम का उद्देश्य सच्चाई और तथ्यपूर्ण जानकारी को निडर पत्रकारिता के माध्यम से आप तक पहुँचाना है।

Our Picks
Facebook X (Twitter) Instagram YouTube
  • उत्तराखंड
  • क्राइम
  • राजनीति
  • स्वास्थ्य
  • देश
  • विदेश
  • वीडियो
© 2025 Developed By: Tech Yard Labs.

Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

Sign In or Register

Welcome Back!

Login to your account below.

Lost password?