चारधाम यात्रा में आस्था का सैलाब : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अगुवाई में 2025 की चार धाम यात्रा ने नया कीर्तिमान बनाते हुए श्रद्धालुओं का बेहतरीन आतिथ्य किया है। धामी सरकार ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जमीनी स्तर पर व्यापक तैयारियां की , राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग की कोशिश इस वर्ष की चार धाम यात्रा को न केवल सुरक्षित बल्कि सुगम और संगठित बनाने की है ।
डॉ. आर. राजेश कुमार ने सुरक्षित बनाई चार धाम यात्रा
श्रद्धालुओं को सहज और स्पष्ट स्वास्थ्य जानकारी प्रदान करने के लिए बहुभाषी हेल्थ एडवाइजरी तैयार की गयी , जो 13 विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध है। यह एडवाइजरी यात्रा मार्ग पर होटलों, रेस्टोरेंट्स, पार्किंग स्थलों आदि पर क्यूआर कोड के माध्यम से श्रद्धालुओं को प्रदान की जा रही है । साथ ही, जाम संभावित क्षेत्रों एवं प्रमुख ठहराव स्थलों पर बड़े होर्डिंग्स के माध्यम से भी स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता का प्रचार किया जा रहा है।
केदारनाथ चिकित्सालय पर अपडेट
17 बेड वाले श्री केदारनाथ चिकित्सालय का निर्माण , अस्पताल को आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित किया गया है। इनमें एक्स-रे, रक्त जांच, ईसीजी, मल्टीपैरामीटर और ऑर्थो स्पेशलिस्ट की सेवाएं भी शामिल हैं। आवश्यक चिकित्सा उपकरणों को रखा गया है।
फाटा और पैदल मार्ग में भी व्यवस्था
फाटा स्थित अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ की तैनाती की है। इसमें एक्स-रे की सुविधा भी उपलब्ध है । वहीं, पैदल मार्ग पर स्थित 12 चिकित्सा इकाइयों में प्रशिक्षित चिकित्सक एवं फार्मेसी अधिकारी मय उपकरण तैनात किए हैं। इसके अतिरिक्त, 12 चिह्नित हेलीपैड और पार्किंग स्थलों पर स्क्रीनिंग टीमों की भी तैनाती सुनिश्चित की गई है।
चमोली में चिकित्सा व्यवस्था बेहतरीन
चमोली जिले में यात्रा रूट पर स्थित 20 चिकित्सा इकाइयों को तैयार किया गया है । सभी आवश्यक उपकरण, दवाएं और स्टाफ यहां तैनात किए हैं। चार प्रमुख विभागीय स्क्रीनिंग पॉइंट- गोचर बैरियर, पांडुकेश्वर बाजार, ट्रॉमा सेंटर कर्णप्रयाग, और पांडुवाखाल (गैरसैंण) में हैं। श्री बद्रीनाथ धाम में स्वामी विवेकानंद संस्था द्वारा अलग से एक स्क्रीनिंग पॉइंट भी संचालित किया जा रहा है । इन सभी स्थानों पर फार्मासिस्ट, स्टाफ नर्स, सीएचओ, वार्ड बॉय और सफाई कर्मियों की सुबह-शाम की ड्यूटी सुनिश्चित की गई है।
स्वास्थ्य विभाग की मुकम्मल तैयारी
चार धाम यात्रा के पहले चरण में शामिल मां गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम पर स्वास्थ्य विभाग की सभी चिकित्सा इकाइयों में तैयारियां पूर्ण कर ली गई । इन दोनों धामों सहित स्क्रीनिंग पॉइंट्स पर आवश्यक चिकित्सा एवं सहायक कार्मिकों की तैनाती की है । गंगोत्री धाम व जानकीचट्टी में महानिदेशालय स्तर से फिजिशियन की विशेष तैनाती की है। यात्रा मार्गों पर विभागीय एवं 108 एम्बुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। सभी चिकित्सा इकाइयों में जीवनरक्षक दवाइयां एवं आवश्यक उपकरण पहले ही पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। इसके साथ ही, श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने हेतु विभिन्न प्रकार की IEC गतिविधियां भी आयोजित की जा रही हैं, जिससे वे सुरक्षित और स्वस्थ यात्रा का अनुभव कर सकें। स्क्रीनिंग पॉइंट्स पर सभी 50 वर्ष से ऊपर के श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य जांच अनिवार्य रुप से किए जाने हेतु निर्देश दिए जा चुके है।
चिकित्सकों की रोटेशनल तैनाती
चार धाम यात्रा मार्ग पर इस बार 69 चिकित्सा अधिकारी पहले से ही तैनात हैं। इनके अतिरिक्त अन्य जनपदों से हर 15 दिन में रोटेशनल आधार पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की है । तैनात किए जाने वाले विशेषज्ञों में 2 ऑर्थो सर्जन, 2 फिजिशियन, 5 निश्चेतक (एनेस्थेटिस्ट), 5 जनरल सर्जन, 10 अतिरिक्त ऑर्थो सर्जन और भारत सरकार से नियुक्त विशेषज्ञ (विशेष रूप से बद्रीनाथ/जोशीमठ के लिए) शामिल हैं। इस व्यवस्था के तहत कुल 121 स्टाफ नर्स, 26 फार्मासिस्ट, 309 ऑक्सीजन बेड, 6 ICU बेड, 13 विभागीय एम्बुलेंस, 17 ‘108’ सेवा एम्बुलेंस, 1 ब्लड बैंक और 2 ब्लड स्टोरेज यूनिट्स की तैनाती की है।बद्रीनाथ, गोविंदगढ़ और पालना भंडार में स्थापित MRP इस वर्ष भी संचालित हैं । इसके अलावा, 5 नए स्थानों- गोचर, नांगसू, मंडल, कटोरा और हनुमान चट्टी में भी MRP बनाए गए हैं। इन स्थलों पर प्लेटफार्म निर्माण कार्य प्रगति पर है और संबंधित एजेंसियों को कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।
सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार खुद कर रहे मॉनिटरिंग
श्रद्धालुओं को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने हेतु खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा विशेष प्रबंध किए गए हैं। सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार ने जानकारी दी कि यात्रा मार्ग पर खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की नियमित जांच की जा रही है । लाइसेंस प्राप्त दुकानदारों को प्राथमिकता दी गयी है। जबकि बिना पंजीकरण वाले खाद्य विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है । विभाग ने एक खाद्य सुरक्षा मोबाइल वैन भी तैनात की है, जो यात्रा मार्ग पर सतत निरीक्षण कर रही है और संदिग्ध खाद्य सामग्री की ऑन-स्पॉट जांच भी करती है ।
स्क्रीनिंग पॉइंट्स पर बहुभाषी स्टाफ – डॉ. आर. राजेश कुमार
डॉ. आर. राजेश कुमार ने शानदार पहल करते हुए चार धाम यात्रा मार्ग पर गोचर बैरियर, पांडुकेश्वर, कर्णप्रयाग और पांडुवाखाल जैसे प्रमुख स्क्रीनिंग पॉइंट्स पर आवश्यक मानव संसाधन की तैनाती की है। इनमें फार्मासिस्ट, स्टाफ नर्स, CHO, वार्ड बॉय और सफाई नायक की सुबह-शाम ड्यूटी सुनिश्चित की गई है। बद्रीनाथ धाम में स्वामी विवेकानंद संस्था द्वारा एक अलग स्क्रीनिंग सेंटर भी संचालित किया जाएगा। स्वास्थ्य सचिव ने यह भी निर्देश दिए हैं कि यहां तैनात स्टाफ बहुभाषी हो, ताकि देशभर से आने वाले तीर्थयात्रियों को आसानी से सेवा मिल सके। उन्हें तुरंत प्राथमिक जांच एवं स्वास्थ्य परामर्श प्रदान किया जा सके।