गंगा उत्सव 2024 को यादगार बनाने की तैयारी पूरे जोर-शोर से चल रही है। हरिद्वार का चंडी घाट इस महोत्सव की मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार है, जहां अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है। इस उत्सव का आयोजन राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) द्वारा किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य गंगा नदी के संरक्षण को बढ़ावा देना है।
सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व
गंगा उत्सव का मुख्य लक्ष्य न केवल गंगा नदी के महत्व को उजागर करना है, बल्कि इसे साफ रखने के लिए लोगों में जागरूकता बढ़ाना भी है। इस अवसर पर बच्चों और कलाकारों का जमावड़ा चंडी घाट पर देखा जा रहा है, जो इस उत्सव को और भी खास बना रहा है।
कार्यक्रम की विशेषताएँ
उत्सव के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, कार्यशालाएँ और शैक्षणिक सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिनमें लोग गंगा के संरक्षण के उपायों के बारे में जान सकेंगे। यह कार्यक्रम न केवल स्थानीय निवासियों के लिए, बल्कि पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन रहा है।
लोगों की भागीदारी
गंगा उत्सव 2024 में सभी वर्गों के लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। लोग न केवल उत्सव का हिस्सा बन रहे हैं, बल्कि गंगा नदी के संरक्षण में अपनी भूमिका निभाने के लिए भी प्रेरित हो रहे हैं। यह उत्सव गंगा के प्रति लोगों के मन में एक नई चेतना जगाने का कार्य कर रहा है।