IAS कैसे और कब बनते है प्रिंसिपल सेक्रेटरी : किसी भी आईएएस अधिकारी को प्रिंसिपल सेक्रेटरी बनने के लिए एक लंबे अनुभव और कई प्रमोशन की जरूरत होती है. प्रधानमंत्री के सलाहकार के तौर पर देश को नई दिशा देने में उनका अहम योगदान होता है. एक आईएएस अफसर की शुरुआत जूनियर स्केल पर होती है फिर 4 साल या उससे ज्यादा काम करने के बाद उनको प्रमोशन मिलता है फिर वो सीनियर स्केल फिर सेलेक्शन ग्रेड, अपर मुख्य सचिव, मुख्य सचिव और प्रिंसिपल सेक्रेटरी का पोस्ट मिलता है. अगर सरल शब्दों में कहा जाए तो किसी भी आईएएस अधिकारी को कम से कम 30 से 35 या उससे अधिक साल की सेवा और कई प्रमोशन के बाद प्रिंसिपल सेक्रेटरी बनाया जाता है।
कौन करता है नियुक्ति
प्रधानमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी के तौर पर किसी सीनियर आईएएस अधिकारी का चयन किया जाता है और उनकी नियुक्ति प्रधानमंत्री करता है. इनका मुख्य काम नीति निर्माण, प्रशासनिक कार्यों और महत्वपूर्ण सरकारी मामलों प्रधानमंत्री को सलाह देना और उनको देखना होता है इसके साथ ही वो पीएम को नेशनल और इंटरनेशनल लेवल के मुद्दों पर सलाह देते हैं. प्रिंसिपल सेक्रेटरी के पास प्रधानमंत्री कार्यालय के संचालन का काम भी होता है. इनका पद का पद कैबिनेट मंत्री के पद के बराबर होता है और प्रिंसिपल सेक्रेटरी की सैलरी 2 लाख 50 हजार रुपये के आसपास होती है।
ऐसा रहा शक्तिकांत दास का सफर
शक्तिकांत दास 1980 बैच के तमिलनाडु कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफन कॉलेज से हिस्ट्री में ग्रेजुएशन किया हुआ है. उनको साल 2014 में फर्टिलाइटर सचिव के तौर पर नियुक्ति किया गया था. कुछ समय बाद उनको वित्त मंत्रालय में रेवेन्यू सेक्रेटरी के तौर पर नियुक्ति किया गया. वो इकोनॉमी अफेयर सेक्रेटरी और 15वें फाइनेंस कमीशन में मेंबर के तौर पर काम कर चुके हैं।