जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देशन पर उपजिलाधिकारी सदर ने कृषि उत्पादन मंडी परिषद कार्यालय का औचक निरीक्षण किया, जिसके दौरान एक गंभीर स्थिति सामने आई। डीएम को पिछले कुछ समय से इस कार्यालय में कार्यरत कर्मियों की लापरवाही और अनुपस्थिति की शिकायतें प्राप्त हो रही थीं, जिसके मद्देनजर यह औचक निरीक्षण किया गया।
औचक निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी हर गिरी ने सुबह 10:15 बजे कार्यालय का दौरा किया। इस दौरान उन्हें मात्र एक कर्मचारी, प्रदीप कुमार, पर्यवेक्षक के रूप में उपस्थित पाया गया। बाकी 19 कर्मचारी अनुपस्थित थे, जिससे साफ हुआ कि कार्यालय में जनमानस को सेवाएं देने में गंभीर लापरवाही बरती जा रही है।
उपजिलाधिकारी ने अनुपस्थित कर्मियों की वेतन रोकने के लिए जिलाधिकारी को पत्रावली प्रेषित की। जिलाधिकारी ने इस लापरवाही को लेकर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ निरंतर कार्रवाई की जाएगी। उनका निर्देश था कि जनमानस को तत्परता से सेवाएं न देने वाले कर्मियों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
जिलाधिकारी ने कहा, “मंडल में तैनात अधिकारी और कर्मचारियों को यह समझना होगा कि जनमानस को परेशान नहीं होना चाहिए। शिकायत मिलने पर उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ेगा।” यह निर्देश साफ करता है कि प्रशासन अब ऐसे लापरवाह कर्मियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए तैयार है।