जिंदगी से खिलवाड़ करते हैं प्राइवेट हॉस्पिटल :- उधम सिंह नगर के काशीपुर का KVR हॉस्पिटल फिर से विवादों में है। इलाज के नाम पर लापरवाही की ऐसी घटना सामने आई कि एक मासूम बच्चे की जिंदगी पर खतरा मंडराने लगा। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने बिना विशेषज्ञ के एनेस्थीसिया इंजेक्शन का ओवरडोज़ दिया, जिससे बच्चे की हालत बिगड़ गई। हालांकि बच्चा अब पूरी तरह स्वस्थ है और खेल-कूद रहा है, लेकिन इस घटना ने अस्पताल की कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।
काशीपुर के KVR हॉस्पिटल का कांड
परिजनों का आरोप – ओवरडोज़ इंजेक्शन से मासूम की जान पर बना खतरा, बिना विशेषज्ञ इलाज करने पर कोर्ट ने FIR दर्ज करने के दिए आदेश।
अब परिवार मांग रहा है सख़्त कार्रवाई
काशीपुर का KVR हॉस्पिटल, जहां इलाज की उम्मीद लेकर पहुंचे परिजनों को मिला हैरान करने वाला अनुभव। सुल्तानपुर पट्टी निवासी साजिद हुसैन का 6 साल का बेटा अजमीर शेख खेलते समय मामूली चोटिल हुआ था।
बेहतर इलाज के लिए परिजन उसे KVR हॉस्पिटल ले आए। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर नवरतन ने बिना विशेषज्ञ की मौजूदगी के बच्चे को एनेस्थीसिया का ओवरडोज़ दे दिया। इंजेक्शन लगने के बाद बच्चे की हालत बिगड़ गई और परिजन सहम गए।
परिवार ने कहा कि उन्होंने CM पोर्टल पर शिकायत की, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। आखिरकार मामला कोर्ट में गया, और जसपुर की न्यायिक मजिस्ट्रेट जहां आरा अंसारी ने थाना कुंडा प्रभारी को आदेश दिया कि डॉक्टर नवरतन गोला पर सुसंगत धाराओं में FIR दर्ज कर जांच शुरू की जाए। आदेश के बाद पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एक मामूली चोट के इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया मासूम इंजेक्शन के ओवरडोज़ से मौत के मुंह में जा सकता था। गनीमत रही कि बच्चा अब पूरी तरह स्वस्थ है। लेकिन यह मामला सिर्फ लापरवाही नहीं, बल्कि अस्पताल की गंभीर मनमानी को उजागर करता है। अब जब कोर्ट के आदेश पर FIR दर्ज हो चुकी है, तो बड़ा सवाल यह है कि क्या KVR हॉस्पिटल पर कानूनी शिकंजा कस पाएगा या फिर यह मामला भी सिस्टम की फाइलों में दबा दिया जाएगा।