हेलीपैड बहा, सेना कैंप भी चपेट में आया, 8-10 जवान लापता :- आफत बनकर आयी कुदरत की आंधी और बहा ले गयी ज़िंदगियाँ और आशियाने , जी हां उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली में बादल फटने से निचले इलाकों में स्थित गांवों में अचानक बाढ़ आ गई और कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए या तेज पानी में बह गए. इस मलबे के बहाव में हर्षिल में मौजूद सेना का कैंप भी आ गया, जिसके बाद सेना के 8-10 जवान भी लापता बताये जा रहे हैं. उत्तरकाशी के हर्षिल के पास धराली गांव के पास मंगलवार को बादल फटने के बाद तबाही जैसा मंजर हो गया।
8-10 भारतीय सेना के जवान लापता
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय सेना के अधिकारी ने कहा, “निचले हर्षिल क्षेत्र में एक शिविर से 8-10 भारतीय सेना के जवान लापता बताए जा रहे हैं. इस घटना में अपने ही लोगों के लापता होने के बावजूद भारतीय सेना के जवान राहत कार्यों में लगे हुए हैं.”
धराली में रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए इंडियन एयरफोर्स ने कसी कमर
भारतीय सेना के साथ-साथ आईटीबीपी, एसडीआरएफ समेत कई अलग-अलग राहत एवं बचाव दल रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं. इस बीच खबर है कि भारतीय वायुसेना भी धराली में रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए तैयार है. जैसे ही बादल छंटेंगे वैसे ही इंडियन एयरफोर्स के जवान चिनूक MI-17, चीता और ALH हेलीकॉप्टर धराली के लिए रवाना हो जाएंगे।
इंडियन एयरफोर्स के अधिकारी ने बताया है कि वायु सेना के जवान और हेलीकॉप्टर आवश्यक सामान और उपकरणों के साथ धराली रवाना होने के लिए तरह तैयार हैं. मौसम साफ होते ही वो चंडीगढ़ एयरबेस से उत्तराखंड के लिए रवाना हो जाएंगे।
इस भीषण आपदा की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टरों की एक विशेष एक टीम को तत्काल धराली क्षेत्र के लिए रवाना करने के निर्देश दिए गए हैं. इस टीम में सर्जन, एनेस्थेटिक, फिजीशियन और आर्थोपेडिक सर्जन शामिल हैं।
आपको बता दें कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 4 अगस्त को उत्तराखंड के कई इलाकों के लिए अलर्ट जारी किया था. आईएमडी ने उत्तरकाशी, पौड़ी गढ़वाल, टिहरी और चमोली सहित उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी।