अर्थी को कंधा देने और शवयात्रा में रोने की नौकरी बनी चर्चा का विषय : आजकल एक खास और अनोखे स्टार्टअप चर्चा में आ गया है, जिसके बारे में जानकर हर कोई हैरान है और सोशल मीडिया पर कुछ लोग तो इस पर मजे भी ले रहे हैं.आपने तरह-तरह की सर्विस के बारे में सुना होगा, लेकिन क्या कभी ‘फ्यूनरल एंड डेथ सर्विस‘ के बारे में सुना है ? दरअसल, इसका मतलब होता है कि मरने के बाद इंसान के अंतिम संस्कार की सारी तैयारियां कंपनी ही करेगी. चाहे कंधा देने के लिए चार लोगों का इंतजाम करना हो या फिर पंडित-नाई की जरूरत हो, ये सारी व्यवस्थाएं कंपनी ही कराएगी. है ना यह अजीबोगरीब बात?वैसे जापान या अन्य कई देशों में ये सर्विस आम है और अब भारत में भी इसकी शुरुआत हो रही है. जी हां, दिल्ली ट्रेड फेयर में आजकल एक खास और अनोखा स्टार्टअप चर्चा में आ गया है, जिसके बारे में जानकर हर कोई हैरान है और सोशल मीडिया पर कुछ लोग तो इसपर मजे भी ले रहे हैं।
इस अनोखे स्टार्टअप का नाम है सुखांत फ्यूनरल मैनेजमेंट (सुखांत अंतिम संस्कार). ट्रेड फेयर में दिख रहे इस अनोखे स्टार्टअप की खास बात ये है कि यहां वो सारी वस्तुएं और व्यवस्थाएं मौजूद हैं, जो किसी इंसान के मरने के बाद काम आती हैं. स्टॉल पर सजी सजाई अर्थी पर उपलब्ध है. यह अनोखा स्टॉल व्यापार मेले में लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है. इस स्टार्टअप की खास बात ये है कि अर्थी को कांधा देने से लेकर, साथ में चलने वाले और राम नाम सत्य बोलने वाले और पंडित, नाई सब कंपनी की तरफ से ही होंगे।
यहां तक कि मरने वालों की अस्थियों का विसर्जन भी कंपनी वाले ही करवाएंगे, यानी अंतिम क्रिया से जुड़ी जितनी भी चीजें हैं, वो सारी चीजें कंपनी की तरफ से ही उपलब्ध करवाई जाएंगी. जानकारी के मुताबिक, लोगों के अंतिम संस्कार की सारी व्यवस्थाओं के बदले कंपनी ने 37,500 रुपये फीस रखी है. सुखांत फ्यूनरल मैनेजमेंट रेडीमेड अर्थी की सुविधा भी दे रहा है, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं. इस अलग तरीके के प्रयोग को यूजर्स नया और अनोखा स्टार्टअप बता रहे हैं, साथ ही कुछ यूजर्स इसपर मजे भी ले रहे हैं।
कोई कह रहा है कि ‘मरने के बाद शव को जिस चीज की जरूरत होती है, वो सब मुहैया कराएगी. समझ लीजिए मरने के बाद की मैनेजमेंट कंपनी है’, तो कोई कह रहा है कि ‘हे भगवान, यही देखना बाकी था. संयुक्त से एकल और अब एकल परिवार में भी अकेले रहने वाले लोगों तथा ऐसे समाज के लिए नया स्टार्टअप. जहां आपके शव को कंधा देने के लिए चार लोग भी इकट्ठा नहीं आए तो सुखांत फ्यूनरल मैनेजमेंट से संपर्क करें’।