उत्तराखंड में बहुप्रतीक्षित चारधाम यात्रा की शुरुआत अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर हो गई : जैसे ही गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट विधिवत रूप से खोले गए, देशभर से श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालु भक्ति भाव से ओतप्रोत होकर भगवान के दर्शन के लिए लाइन में लगते नजर आए। हर वर्ष की तरह इस बार भी यात्रा को सुचारू और सुरक्षित ढंग से संचालित करने के लिए शासन और प्रशासन ने कमर कस ली है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यात्रा की शुभारंभ के अवसर पर श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुए कहा कि चारधाम यात्रा केवल धार्मिक नहीं, बल्कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक और आर्थिक जीवन रेखा है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस बार यात्रा को सफल और निर्बाधित रूप से संपन्न करने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। सुरक्षा, स्वास्थ्य, ट्रैफिक और आवास से संबंधित सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कर दी गई हैं।
हालांकि, इस यात्रा को लेकर विपक्ष की ओर से सवाल भी उठाए जा रहे हैं। प्रताप नगर से कांग्रेस विधायक विक्रम सिंह नेगी ने सरकार पर व्यवस्थाओं को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले साल केदारनाथ में भगदड़ जैसी स्थिति बनी थी, जिससे कई श्रद्धालु प्रभावित हुए थे। ऐसे में इस बार ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए क्या ठोस उपाय किए गए हैं, यह स्पष्ट नहीं है। साथ ही उन्होंने खराब सड़कों और अधूरी तैयारियों को लेकर भी सरकार की आलोचना की।
नेगी ने आरोप लगाया कि सरकार केवल घोषणाएं कर रही है, जबकि धरातल पर सुधार की गति बेहद धीमी है। उन्होंने सरकार से अपील की कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित किए जाएं।