उत्तराखंड में बेरहम मानसून की विदाई , गर्मी का प्रकोप शुरू :- उत्तराखंड में दो से तीन दिन में मानसून की विदाई हो सकती है। ऐसे में मैदानी इलाकों में फिलहाल मौसम शुष्क रहने से उमस और गर्मी परेशान कर सकती है। इस बार मानसून ने प्रदेश भर में तबाही मचाई, मानसून की विदाई के साथ ही शासन, प्रशासन भी राहत की सांस ले सकते हैं।
मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिन पर्वतीय जिलों में हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। लेकिन मैदानी इलाकों में गर्मी अपना तेवर दिखाएगी। जिससे उमस परेशान कर सकती है। 1 अक्टूबर तक ऐसा ही मौसम रहने की संभावना जताई गई है।
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मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के अनुसार अगले दो से तीन दिनों में मानसून की विदाई होनी शुरू हो जाएगी। बीते 24 घंटे के दौरान उत्तराखंड के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा का दौर देखने को मिला है।
इसके अलावा अगले 2 से 3 दिनों में उत्तराखंड के कुछ स्थानों से दक्षिणी पश्चिमी मानसून के वापसी की परिस्थितियां बन सकती हैं। 25 से 27 सितंबर को मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग ,बागेश्वर चमोली, पिथौरागढ़ जिलों में हल्की वर्षा और गर्जन के साथ बिजली चमकने का अनुमान जताया है, जबकि अन्य जिलों में मौसम शुष्क रहेगा।
28 सितंबर को प्रदेश के उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, नैनीताल, चंपावत और पिथौरागढ़ जिलों में बारिश की हल्की बौछारें पड़ने के आसार हैं, लेकिन उत्तराखंड के अन्य जिलों में मौसम सामान्य बना रहेगा।
29 सितंबर से 1 अक्टूबर तक उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों के कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा और गर्जन के साथ बिजली कड़कने का अनुमान है। इस दौरान राज्य के मैदानी जिलों में मौसम उमस भरा रहेगा। पहाड़ों में हल्की ठंड से मौसम सुहावना हो सकता है।
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उत्तराखंड में इस साल बारिश ने जमकर कहर बरपाया। प्रदेश भर में सिर्फ सितंबर में सामान्य से 44 फीसदी बारिश दर्ज की गई। जबकि 25 सितंबर तक सबसे अधिक बारिश बागेश्वर जिले में रिकॉर्ड की गई।
यहां 429 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई, जो सामान्य 251 फीसदी अधिक है। दूसरे नंबर पर देहरादून जिला रहा। यहां 450.2 एमएम बारिश हुई, जो सामान्य से 121 फीसदी अधिक है।