भराड़ीसैंण विधानसभा में पहली बार होगा पेपरलेस सत्र :- ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण विधानसभा में पहली बार पेपरलेस सत्र होगा। राष्ट्रीय ई-विधानसभा एप्लीकेशन (ई-नेवा) के तहत किए गए डिजिटाइलेशन कार्य से इस बार सभामंडप में काफी व्यवस्थाओं में बदलाव नजर आ रहा है।
मानसून सत्र के लिए पक्ष व विपक्ष के विधायकों से 550 से अधिक प्रश्न मिले हैं। इसमें आपदा के साथ विकासात्मक कार्यों से जुड़े सवाल हैं। सरकार सदन में इन प्रश्नों का जवाब देगी। इसके पहले कार्य मंत्रणा में कार्य सूची पर चर्चा हुई शेष दिवस के लिए 20 तारीख शाम को कार्य मंत्रणा फिर से होगी।
राष्ट्रीय ई-विधानसभा एप्लीकेशन (ई-नेवा) के माध्यम से विधानसभाओं को डिजिटाइजेशन किया गया है। प्रदेश में इसकी शुरुआत देहरादून स्थित विधानसभा में फरवरी 2025 में हुए बजट सत्र से पेपरलेस सत्र की गई थी।

भराड़ीसैंण विधानसभा में ई-नेवा के काम चलने के कारण प्रदेश सरकार ने बजट सत्र देहरादून में कराने का निर्णय लिया था। अब काम पूरा होने के बाद मानसून सत्र 19 से 22 अगस्त तक भराड़ीसैंण विधानसभा में किया जा रहा है।
बारिश व भूस्खलन की चुनौती के बावजूद प्रदेश सरकार भराड़ीसैंण में सत्र कराने से पीछे नहीं हटी।विधायकों से 550 से अधिक प्रश्न मिले हैं। आपको बता दें कि सोमवार को विधान मण्डल दल बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रणनीति बनाई है।
अध्यक्ष, विधानसभा ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कहा कि आज से भराड़ीसैंण विधानसभा में मानसून सत्र पेपरलेस शुरू हो रहा हैं। देहरादून के बाद भराड़ीसैंण विधानसभा को डिजिटाइलेशन किया गया।
इससे सदन को संचालित करने के लिए विधायी कामकाज में कागज का इस्तेमाल कम होगा। ई-नेवा के तहत सदन के अंदर पुनर्निर्माण कार्य किया गया। आईआईटी रुड़की के वैज्ञानिकों के सहयोग से साउंड सिस्टम को बेहतर किया गया। माना जा रहा है कि अब सदन में साउंड से संबंधित समस्या नहीं आएगी।