टाइगर की हड्डियों से वाइन बनाता है यह देश जाने फायदे :- दुनिया में सदियों से जानवरों का शिकार किया जा रहा है. कुछ जानवरों को उनकी खाल और मांस के लिए मारा जाता है, तो वहीं कुछ को उनकी हड्डियों के लिए. कुछ जानवरों को मारने के बाद उनकी सींगों का इस्तेमाल किया जाता है, तो वहीं हाथी को उनके दांतों के लिए मारा जाता है. खासतौर से अफ्रीकी देशों में जानवरों से जुड़ी चीजों की ज्यादा डिमांग होती है. वहीं दुनिया में एक देश ऐसा भी है, जो कि टाइगर की हड्डियों से वाइन बनाता है. चलिए आज आपको इंटरनेशनल टाइगर डे पर उस देश के बारे में बताएं, साथ ही टाइगर की हड्डियों की वाइन के फायदे भी बताते हैं।
किस देश में बाघ की हड्डियों से वाइन बनती है
दुनिया में चीन और ताइवान दो ऐसे देश हैं, जो कि अजब-गजब चीजें खाने-पीने के लिए जाने जाते हैं. चीन तो सदियों से जानवरों से बनने वाली दवाई के लिए जाना जाता है. इसके अलावा उनके यहां उन जानवरों को भी खाया जाता है, जिसके बारे में शायद आम लोग सोंचे भी न. यहां पर बाघ की हड्डियों का अजब तरीके से इस्तेमाल किया जाता है. चीन में उससे वाइन बनाई जाती है, जिसकी लोगों में भारी डिमांड है।
इस वाइन के लिए मोटी रकम देते हैं लोग
कुछ साल पहले एक वेबसाइट डेलीमेल की एक रिपोर्ट में चीन में बाघों की दयनीय हालत का खुलासा हुआ था. वहां के टाइगर पार्क्स में बाघों को तंग बाड़ों में रखा जा रहा था और उनको जरूरत से कम खाना दिया जा रहा था. इस वजह से सैकड़ों की संख्या में बाघ दम तोड़ रहे थे. रिपोर्ट के अनुसार बाघों को भूखे मारकर उनकी हड्डियों का इस्तेमाल वाइन बनाने के लिए किया जा रहा है. यह बिजनेस बिलियन डॉलर की शक्ल ले चुका है, क्योंकि एक बोतल टाइगर वाइन के लिए यहां के रईस लोग भारी-भरकम रकम देने को तैयार हैं।
चीन में हेल्थ टॉनिक बताकर बेची जाती है शराब
चीन में इस वाइन को हेल्थ टॉनिक बताकर धड़ल्ले से टाइगर शेप की बॉटल में बेचा जाता है और इस अवैध धंधे को चीन की सरकार की मौन स्वीकृति मिली हुई है. यह होटल, रेस्टोरेंट आदि में आसानी से मिल जाती है. हैरानी की बात यह है कि यहां के रईस एक बोतल टाइगर वाइन के लिए 400 पाउंड यानि करीब 26 हजार रूपये देने के लिए भी तैयार हैं. लेकिन आखिर इस वाइन में ऐसा क्या है जो कि इसकी इतनी ज्यादा डिमांड है. चलिए जान लेते हैं।
टाइगर वाइन के क्या हैं फायदे
यहां ऐसा माना जाता है कि टाइगर वाइन न सिर्फ आपको मजबूत बनाती है, बल्कि सेक्सुअल पावर को भी बढ़ाने में मदद करती है. बाघ की हड्डियों से बनी शराब को फेंगुइन फॉर्मुला भी कहा जाता है. इसमें चीनी हर्ब से तैयार शराब को चार महीने तक बाघ की हड्डियों के साथ मिलाकर रखा जाता है. इस वजह से इस शराब में एक खास तरह का गुण विकसित हो जाता है, इसीलिए इसे टाइगर वाइन कहा जाता है. कहते हैं कि इसे पीने से पुराने दर्द खत्म हो जाते हैं. इसके अलावा बाघ की हड्डियों से एक खास तरह की दवाई बनाई जाती है, जिसका इस्तेमाल गठिया रोग के इलाज में करते हैं।
