ठंड में सुबह नहाने वाले पढ़े चेतावनी ! :- अब रातें सर्द होने लगी हैं और आने वाले दिनों में ठंड का असर और बढ़ेगा. ऐसे में कई बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. इन्हीं में से एक है हार्ट अटैक, जो ठंड के मौसम में गलत आदतों और लापरवाही की वजह से ज्यादा देखने को मिलता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि ज्यादातर हार्ट अटैक सुबह के समय बाथरूम में नहाते वक्त आते हैं, जिसका कारण गलत तरीके से नहाना है।
दरअसल देशभर में सर्दी के दिनों में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ने लगते हैं. एक्सपर्ट्स का मानना है कि ठंड में अचानक शरीर पर ठंडा पानी डालने से बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन गड़बड़ा जाता है. इससे रक्त वाहिनियां सिकुड़ने लगती हैं और अचानक प्रेशर बढ़ने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. कई रिपोर्टों में यह बात सामने आई है कि गलत तरीके से नहाने से हार्ट अटैक और ब्रेन ट्यूमर जैसी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं।
नहाने से पहले करें ये काम
ठंड के मौसम में नहाने की प्रक्रिया को गंभीरता से लेना चाहिए. क्योंकि ज्यादातर हार्ट अटैक बाथरूम में ही होते हैं. इससे बचने के लिए नहाने से पहले शरीर को गर्म करने और मानसिक रूप से तैयार करने की जरूरत होती है. कहा, नहाने से करीब आधे घंटे पहले सरसों के तेल से पूरे शरीर की मालिश करें. मालिश हमेशा पैरों से शुरू करके छाती की ओर बढ़ें. इससे शरीर में रक्त का संचार बेहतर होता है और शरीर ठंड के प्रति तैयार हो जाता है।
सरसों का तेल और लहसुन के फायदे
साथ ही ठंड के मौसम में शॉवर की बजाय मग से नहाना बेहतर है. नहाना हमेशा बैठकर करें ताकि शरीर को झटका न लगे. शुरुआत में सिर पर कभी भी पानी न डालें. पहले पैरों पर, फिर कमर के नीचे वाले हिस्से पर पानी डालें. इसके बाद दाहिने और बाएं कंधे पर बारी-बारी से पानी डालें और अंत में सिर पर पानी डालें।
जब आप सिर पर अचानक ठंडा पानी डालते हैं तो बॉडी अचानक रिएक्ट करती है. इससे मस्तिष्क और हृदय पर सीधा असर पड़ता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन रुक सकता है. यही वजह है कि कई बार लोग नहाते समय बेहोश होकर गिर जाते हैं या हार्ट अटैक का शिकार हो जाते हैं, इसलिए सर्दी के मौसम में नहाने के तरीके में थोड़ा बदलाव लाना बेहद जरूरी है।