कुम्भ में बिछड़ने से बचने को दो बहनों ने किया गजब : आपने कई ऐसी फिल्मे देखीं ज़रूर होंगी जिसमें कुम्भ के मेले में भाइयों के खो जाने की घटना दिखाई गयी और उस दौर के दर्शकों के लिए वो बिछड़ने का सीन आज भी भावुक करने वाला होता है। लेकिन जनाव अब ऐसा नहीं है की लोग कुम्भ में इतनी आसानी से बिछड़ जाएँ क्योकि झारखंड की दो बहनें सीता और ललिता महाकुंभ मेला में एक साथ आईं और एक अनोखा तरीका अपनाया ताकि वे बिछड़ें नहीं. जैसे ही वे प्रयागराज के महाकुंभ मेला में पहुंचीं, उन्होंने एक लाल रिबन का इस्तेमाल किया और उसे अपनी चूड़ियों के साथ बांध लिया.कुंभ मेला भारतीय परिवारों में अक्सर चर्चा का विषय रहता है, खासकर जब बात आती है कुंभ के मेला में बिछड़ने की. लेकिन इस साल महाकुंभ मेला में दो बहनों ने ऐसा कुछ किया जिससे यह समस्या उनका पीछा नहीं कर सके.
कुंभ मेला में बिछड़ने से बचने का अनोखा तरीका
झारखंड की दो बहनें सीता और ललिता महाकुंभ मेला में एक साथ आईं और एक अनोखा तरीका अपनाया ताकि वे बिछड़ें नहीं. जैसे ही वे प्रयागराज के महाकुंभ मेला में पहुंचीं, उन्होंने एक लाल रिबन का इस्तेमाल किया और उसे अपनी चूड़ियों के साथ बांध लिया. इस रिबन के जरिए दोनों बहनें एक-दूसरे से जुड़ी रही और यह सुनिश्चित किया कि मेला के दौरान वे एक-दूसरे से अलग न हो जाएं.
कैसे किया इस तरह का इंतजाम ?
सीता और ललिता ने एक साटन रिबन निकाला और उसे अपनी चूड़ियों के चारों ओर बांध लिया. दोनों ने अपने बंगलों के साथ इस रिबन को जोड़ लिया, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि मेला के विशाल भीड़ में वे एक-दूसरे से खो न जाएं. रिबन के जरिए दोनों बहनें एक-दूसरे के साथ जुड़ी रही और यह तरीका कई लोगों के लिए एक सीख बन गया कि परिवार के सदस्य बड़ी भीड़ में सुरक्षित रह सकते हैं.
सीता और ललिता का तरीका यह दर्शाता है कि छोटे-छोटे कदमों से हम अपनी सुरक्षा को सुनिश्चित कर सकते हैं, खासकर जब हम किसी बड़ी भीड़ में होते हैं. उनका यह तरीका न केवल उनके लिए, बल्कि अन्य लोगों के लिए भी एक उदाहरण बन गया है कि कैसे परिवार के लोग एक-दूसरे से अलग हुए बिना त्योहारों का आनंद ले सकते हैं.