Close Menu
  • उत्तराखंड
  • क्राइम
  • राजनीति
  • स्वास्थ्य
  • देश
  • विदेश
  • वीडियो

Subscribe to Updates

Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.

What's Hot

स्वस्थ दिखने की होड़ में खतरे की घंटी: प्रोटीन शेक और कोलोन कैंसर

Sponsor: KABIR SINGHJune 4, 2025

बर्गर खाने के बाद 3 दिन तक शरीर झेलता है नुकसान !

Sponsor: KABIR SINGHJune 4, 2025

RCB ने IPL 2025 में रचा इतिहास, क्वालिफायर-1 जीतने की परंपरा बरकरार

Sponsor: KABIR SINGHJune 4, 2025
Facebook X (Twitter) Instagram
Facebook X (Twitter) Instagram
Narad Post News
Youtube Login
  • उत्तराखंड
  • राजनीति
  • क्राइम
  • पर्यटन
  • मनोरंजन
  • देश
  • विदेश
  • यूथ
  • स्वास्थ्य
  • शिक्षा
  • सामाजिक
  • स्पोर्ट्स
  • वीडियो
Narad Post News
  • उत्तराखंड
  • राजनीति
  • क्राइम
  • पर्यटन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • सामाजिक
  • देश
  • विदेश
Home » समान नागरिक संहिता: वसीयत और पूरक प्रलेखों का नया दृष्टिकोण
देहरादून

समान नागरिक संहिता: वसीयत और पूरक प्रलेखों का नया दृष्टिकोण

Wills and supplementary documents: your rights in the Uniform Civil Code.
Sponsored By: KABIR SINGHJanuary 24, 2025No Comments3 Mins Read
Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr WhatsApp VKontakte Email
समान नागरिक संहिता
समान नागरिक संहिता
Share
Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email
खबर को सुनें

समान नागरिक संहिता वसीयत और पूरक प्रलेखों का नया दृष्टिकोण : उत्तराखंड सरकार द्वारा लागू “उत्तराखंड समान नागरिक संहिता अधिनियम, 2024” वसीयत (Will) और पूरक प्रलेख (Codicil) के निर्माण एवं रद्द करने (टेस्टामेंटरी सक्सेशन) के लिए एक सुव्यवस्थित ढाँचा प्रदान करता है। इस अधिनियम में वसीयत से जुड़े विभिन्न पहलुओं की विस्तार से चर्चा की गई है।

राज्य द्वारा सशस्त्र बलों में उत्कृष्ट योगदान देने की परंपरा को देखते हुए, अधिनियम में “प्रिविलेज्ड वसीयत” को विशेष रूप से महत्व दिया गया है। इसके अनुसार, सक्रिय सेवा या तैनाती पर रहने वाले सैनिक, वायुसैनिक अथवा नौसैनिक, वसीयत को सरल और लचीले नियमों के तहत तैयार कर सकते हैं—चाहे वह हस्तलिखित हो, मौखिक रूप से निर्देशित की गई हो, या गवाहों के समक्ष शब्दशः प्रस्तुत की गई हो। इस सुव्यवस्थित प्रक्रिया का मूल उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कठिन व उच्च-जोखिम वाली परिस्थितियों में तैनात व्यक्ति भी अपनी संपत्ति-संबंधी इच्छाओं को प्रभावी ढंग से दर्ज करा सकें।

उदाहरण के लिए, अगर कोई सैनिक स्वयं अपने हाथ से वसीयत लिखता है, तो उसके लिए हस्ताक्षर या साक्ष्य (अटेस्टेशन) की औपचारिकता आवश्यक नहीं होती, बशर्ते यह स्पष्ट हो कि वह दस्तावेज़ उसी की इच्छा से तैयार किया गया है। इसी तरह, यदि कोई सैनिक या वायुसैनिक मौखिक रूप से दो गवाहों के समक्ष वसीयत की घोषणा करता है, तो उसे भी प्रिविलेज्ड वसीयत माना जा सकता है, हालाँकि यह एक माह बाद स्वतः अमान्य हो जाएगी यदि वह व्यक्ति तब भी जीवित है और उसकी विशेष सेवा-स्थितियाँ (सक्रिय सेवा आदि) समाप्त हो चुकी हैं।

इसके अतिरिक्त, यह भी संभव है कि कोई अन्य व्यक्ति सैनिक के निर्देशानुसार वसीयत का मसौदा तैयार करे, जिसे सैनिक ज़बानी या व्यवहार से स्वीकार कर ले; ऐसी स्थिति में भी उसे मान्य प्रिविलेज्ड वसीयत का दर्जा प्राप्त होगा। यदि सैनिक ने वसीयत लिखने के लिखित निर्देश दिए थे, पर उसे अंतिम रूप देने से पहले ही उसकी मृत्यु हो गई, तब भी उन निर्देशों को वसीयत माना जाएगा, बशर्ते यह प्रमाणित हो कि वह उन्हीं की इच्छाएँ थीं। इसी तरह, यदि दो गवाहों के सामने मौखिक निर्देश दिए गए और वे गवाह सैनिक के जीवनकाल में लिखित रूप में दर्ज कर पाए, पर दस्तावेज़ को औपचारिक रूप से अंतिम रूप नहीं दिया जा सका, तो भी ऐसे निर्देशों को वसीयत का दर्जा मिल सकता है। महत्वपूर्ण बात यह है कि प्रिविलेज्ड वसीयत को भविष्य में सैनिक द्वारा चाहें तो एक नई प्रिविलेज्ड वसीयत (या कुछ परिस्थितियों में साधारण वसीयत) बनाकर रद्द या संशोधित भी किया जा सकता है, जिससे सैनिक की नवीनतम इच्छाएँ प्रतिबिंबित हों। यह संपूर्ण व्यवस्था उन जवानों के हितों की रक्षा करती है, जो विषम परिस्थितियों में रहते हुए भी अपनी संपत्ति से संबंधित निर्णय स्पष्ट रूप से दर्ज कराना चाहते हैं।

जनसाधारण को सुविधाजनक और नागरिक-अनुकूल विधिक प्रक्रियाएँ उपलब्ध कराने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता के तहत, इन सेवाओं को शीघ्र ही एक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से भी प्रस्तुत किया जाएगा। इससे आवेदन प्रक्रिया अधिक तेज़, सुचारु और कागज़ी कार्रवाई से मुक्त हो सकेगी, साथ ही एक सुदृढ़ डिजिटल रिकॉर्ड भी उपलब्ध रहेगा। ध्यान रहे कि वसीयत बनाना किसी के लिए अनिवार्य नहीं है; यह एक व्यक्तिगत निर्णय है। फिर भी, जो व्यक्ति अपनी संपत्ति के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश निर्धारित करना चाहते हैं, उनके लिए यह अधिनियम एक सुरक्षित और सरल व्यवस्था प्रस्तुत करता है।

उप-निबंधकों, निबंधकों (Registrars) तथा महानिबंधक (Registrar General) की नियुक्ति यह सुनिश्चित करने के लिए की गई है कि सभी आवेदनों का निपटान निश्चित समय-सीमा में हो। यह ढाँचा राज्य के नागरिकों को उनकी विधिक आवश्यकताओं के संदर्भ में प्रभावी सहयोग एवं पारदर्शिता प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

Dehradun narad post NARAD POST BREAKING Narad Post News PM Narendra Modi pushkarsinghdhami uniform civilcode uttarakhand कानूनीअधिकार कानूनीजानकारी कानूनीप्रक्रिया कानूनीप्रलेख कानूनीमार्गदर्शन कानूनीसमझ कानूनीसलाह कानूनीसुरक्षा नएनियम न्याय पूरकप्रलेख वसीयत वसीयतऔरपूरकप्रलेख वसीयतकीजानकारी वसीयतकेनियम वसीयतनियम विरासत संपत्तिप्रबंधन संपत्तियोजना समाननागरिकसंहिता
Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr WhatsApp Email
Previous Articleइन 5 रिश्तेदारों से दूरी बनाना क्यों है फायदेमंद?
Next Article अंतिम विदाई के 7 अनोखे रीति-रिवाज जो आपको चौंका देंगे
Narad Post

Related Posts

स्वस्थ दिखने की होड़ में खतरे की घंटी: प्रोटीन शेक और कोलोन कैंसर

Sponsor: KABIR SINGHJune 4, 2025

बर्गर खाने के बाद 3 दिन तक शरीर झेलता है नुकसान !

Sponsor: KABIR SINGHJune 4, 2025

RCB ने IPL 2025 में रचा इतिहास, क्वालिफायर-1 जीतने की परंपरा बरकरार

Sponsor: KABIR SINGHJune 4, 2025

उत्तराखंड में अब चलेगी हरित स्वास्थ्य क्रांति!

June 3, 2025
Leave A Reply Cancel Reply

Advt.
//

“Narad Post” निष्पक्ष और विश्वसनीय खबरों का स्रोत है, जो राजनीति, समाज, व्यापार और मनोरंजन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं को सरल रूप में प्रस्तुत करता है। हमारी टीम का उद्देश्य सच्चाई और तथ्यपूर्ण जानकारी को निडर पत्रकारिता के माध्यम से आप तक पहुँचाना है।

Our Picks
  • Facebook
  • Twitter
  • Pinterest
  • Instagram
  • YouTube
  • Vimeo
Don't Miss
NARAD POST BREAKING NEWS

स्वस्थ दिखने की होड़ में खतरे की घंटी: प्रोटीन शेक और कोलोन कैंसर

Sponsor: KABIR SINGHJune 4, 2025

स्वस्थ दिखने की होड़ में खतरे की घंटी, प्रोटीन शेक और कोलोन कैंसर : अगर…

बर्गर खाने के बाद 3 दिन तक शरीर झेलता है नुकसान !

Sponsor: KABIR SINGHJune 4, 2025

RCB ने IPL 2025 में रचा इतिहास, क्वालिफायर-1 जीतने की परंपरा बरकरार

Sponsor: KABIR SINGHJune 4, 2025

उत्तराखंड में अब चलेगी हरित स्वास्थ्य क्रांति!

June 3, 2025
About Us
About Us

"Narad Post" निष्पक्ष और विश्वसनीय खबरों का स्रोत है, जो राजनीति, समाज, व्यापार और मनोरंजन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं को सरल रूप में प्रस्तुत करता है। हमारी टीम का उद्देश्य सच्चाई और तथ्यपूर्ण जानकारी को निडर पत्रकारिता के माध्यम से आप तक पहुँचाना है।

Our Picks
Contact:

Address: Rajpur Road, Dehradun-248001, Uttarakhand
Phone: +919389428391
Email: naradpostuk@gmail.com

Facebook X (Twitter) Instagram YouTube
  • उत्तराखंड
  • क्राइम
  • राजनीति
  • स्वास्थ्य
  • देश
  • विदेश
  • वीडियो
© 2025 Developed By: Tech Yard Labs.

Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

Sign In or Register

Welcome Back!

Login to your account below.

Lost password?