आज से, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस के जरिए टैक्स भुगतान की सीमा बढ़कर 5 लाख रुपये हो जाएगी. यह नई सीमा नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा लागू की गई है. NPCI ने 24 अगस्त 2024 को जारी सर्कुलर में कहा कि यूपीआई को एक प्रमुख भुगतान प्रणाली के रूप में मान्यता प्राप्त है और टैक्स भुगतान के लिए प्रति लेनदेन सीमा को 5 लाख रुपये तक बढ़ाया गया है. नई सीमा आज (16 सितंबर) से प्रभावी होगी. NPCI ने बैंकों, पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर्स और यूपीआई ऐप्स को 15 सितंबर तक नई सीमा का अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है ।
इसके अलावा, यह नियम अस्पतालों, शिक्षा केंद्रों, आईपीओ और RBI की खुदरा प्रत्यक्ष योजनाओं पर भी लागू होगा । इन लेनदेन को पूरा करने के लिए व्यापारियों का सत्यापन आवश्यक होगा. यह कदम टैक्स पेमेंट और अन्य लेनदेन को सरल और सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है। UPI, या यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस, एक डिजिटल भुगतान प्रणाली है जिसे भारत में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा विकसित किया गया है। यह प्रणाली सरल, सुरक्षित और त्वरित तरीके से वित्तीय लेनदेन को सक्षम बनाती है।
UPI के माध्यम से आप मोबाइल फोन का उपयोग करके विभिन्न प्रकार के लेनदेन कर सकते हैं. एक ही UPI ऐप से आप विभिन्न बैंक खातों को लिंक कर सकते हैं और एक ही प्लेटफॉर्म पर लेनदेन कर सकते हैं। UPI लेनदेन को केवल एक क्लिक में पूरा किया जा सकता है, जिससे भुगतान प्रक्रिया त्वरित और सरल हो जाती है। UPI सिस्टम हर समय (24 घंटे, 7 दिन) उपलब्ध रहता है, जिससे आप कभी भी लेनदेन कर सकते हैं। UPI लेनदेन के लिए एक सुरक्षित पिन (UPI PIN) की आवश्यकता होती है।
जो आपकी वित्तीय जानकारी की सुरक्षा सुनिश्चित करता है. UPI भुगतान के लिए क्यूआर कोड का उपयोग किया जा सकता है, जिससे भुगतान प्रक्रिया और भी सरल हो जाती है. UPI का उपयोग व्यक्ति से व्यक्ति के लेनदेन, बिल भुगतान, टैक्सी किराया, रेस्टोरेंट बिल, ऑनलाइन खरीदारी, और सरकारी सेवाओं के भुगतान के लिए किया जा सकता है।