स्किल डेवलपमेंट से युवाओं को मिल रहा रोजगार :- उत्तराखंड के हिमाच्छादित पर्वत श्रृंखलाओं को जितना अभ्यास , गर्मी, वर्षा, तूफान तथा कठोर शीत को सह लेने का है उतनी ही अभ्यस्त है यहाँ की ग्रामीण नारी सशक्त, साहसी और परिश्रमी , परिवार का मुखिया उसका पति, परिवार के जीवन यापन के लिए शहर की भीड़ में मेहनत और रोजगार कर रहा है तब ये महिलाएं ही पूरे परिवार को संभालती है।
घर-बाहर, समाज के सभी कर्तव्योंको पूरा करती है। वास्तव में वह कहीं श्रम, शक्ति और वेदना की साक्षात मूर्ति है तो कहीं सम्पूर्ण उत्तराखण्ड के गाँवों की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनी हुई है। और ये संभव हो रहा है एक बेहतरीन विजन और कर्मशील मंत्री सौरभ बहगुणा के प्रयासों से प्राकृतिक रूप से समृद्ध उत्तराखंड सुरम्य घाटियों, मखमली बुग्यालों, दुर्लभ पशु-पक्षियों, संजीवनी औषधियों आदि अकूत वैभव को अपने आंचल में समेटे हुए हैं।
इन सबके बावजूद भी जीवनयापन के लिए यहाँ के निवासियों का पलायन शहरों की ओर होता रहा है।अपने कष्ट साध्य और विसंगतिपूर्ण जीवन संघर्ष के बूते चलने वाली उत्तराखंड की ‘धुरी’ यहाँ की नारी में हिम्मत, साहस, निर्भीकता, कर्मठता और आत्मविश्वास जगा रहा है पशुपालन , दुग्ध , मत्स्य पालन और भेंड़ पालन जैसे लाभदायक स्वरोजगार , तभी तो आज इनके मुस्कुराते चेहरों में साफ़ झलकता है आत्मनिर्भरता और खुशहाली का आत्मविश्वास, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लक्ष्य रजत जयंती वर्ष में सर्वोत्तम उत्तराखंड को बनाने का मिशन सम्भव हो रहा है ।
युवा कौशल और रोजगार मंत्री सौरभ बहुगुणा के विजन और सरकार की योजनाओं के बेहतरीन सञ्चालन से जो लगातार पहाड़ के दुर्गम गाँव तक महिला सशक्तिकरण के लिए पशुपालन , दुग्ध , और अन्य सेक्टरों में जहाँ महिलाओं को रोजगार से जोड़ने में कामयाब हो रहे हैं। वहीँ इन सेक्टरों से जुडी जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहाड़ में समृद्ध उत्तराखंड आत्मनिर्भर मातृशक्ति के विजन को मजबूत आधार दे रहा है।
मंत्री बहुगुणा कहते हैं की उनके पास सबसे महत्वपूर्ण विभाग है जो युवाओं से जुड़ा हुआ है, वो है स्किल डेवलपमेंट विभाग , जिसके तहत वो युवाओं का कौशल विकास करने की कोशिश करते हैं, ताकि उनको रोजगार मिल सके.’उन्होंने कहा क़ी अपने मंत्रालय जैसे एनिमल हसबेंड्री, फिशरीज, मिल्क फेडरेशन, चीनी मिल उद्योग, स्किल डेवलपमेंट में उनकी कोशिश यही रही है कि आज की जरूरतों के हिसाब से अपने विभागों को कैसे चलाया जा सके, कैसे मॉडर्नाइज किया जा सके, कैसे लोगों के एक्सपीरियंस और स्किल को अपने विभागों में इस्तेमाल किया जा सके, कैसे लोगों को अपने विभाग के माध्यम से सशक्त और रोजगार उपलब्ध कराया जा सके.’
कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा कहते हैं कि उनकी कोशिश यही है कि आईटीआई और स्किल डेवलपमेंट जो आज की डिमांड बेस स्किल है उसी पर हम युवाओं को ट्रेन करें. हमारे कॉरपोरेट्स, होटल इंडस्ट्री और अन्य उद्योग हैं, इनके साथ हमने एमओयू साइन किए और हमने युवाओं को एक मौका दिया कि भारत की शीर्ष कंपनियों के साथ काम करके, उनके साथ स्किलिंग करके और आप अपने आपको रोजगार के लायक बनाएं. वही कंपनियां आपको ऑब्जर्व करें, जो आपको स्किल दे रहे हैं, इस पैटर्न पर हमने काम किया है.’ उम्मीद की जा सकती है कि युवा मंत्री का ये प्रयास उत्तराखंड की युवा पीढ़ी के आत्मनिर्भरता के लिए एक सशक्त आधार बनेगा।