दुनिया भर में अपनी ताकत और शानदार बॉडी के लिए मशहूर बॉडीबिल्डर इलिया गोलेम येफिमचिक का हाल ही में हार्ट अटैक के कारण निधन हो गया है। 36 वर्षीय येफिमचिक का निधन 11 सितंबर को हुआ, लेकिन उनकी तबीयत में गिरावट 6 सितंबर को ही शुरू हो गई थी। इस दुखद घटना ने न केवल बॉडीबिल्डिंग की दुनिया को झकझोर दिया है, बल्कि उनकी पत्नी ने भी इस पर भावुक बयान दिया है। इलिया गोलेम येफिमचिक, जो अपने शानदार फिजिक और ताकत के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध थे, 6 सितंबर को अचानक से अस्वस्थ महसूस करने लगे। उनकी तबीयत तेजी से बिगड़ी और उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। अस्पताल पहुंचने के बाद, उनकी हालत गंभीर हो गई और वे कोमा में चले गए। डॉक्टरों ने हर संभव प्रयास किया, लेकिन 11 सितंबर को उन्होंने आखिरी सांस ली।
इलिया गोलेम येफिमचिक का शरीर विश्वसनीय रूप से फिट और ताकतवर था। उनके शरीर के प्रदर्शन और फिटनेस के लिए उन्हें दुनिया भर में जाना जाता था। उनकी बॉडीबिल्डिंग प्रतियोगिताओं में कई बार सफलता मिली थी, और उनके फिजिक को देखकर किसी ने भी सोचा नहीं होगा कि उनके स्वास्थ्य में कोई गंभीर समस्या हो सकती है। उनका निधन एक बार फिर इस बात को उजागर करता है कि स्वस्थ दिखना और महसूस करना हमेशा एक ही बात नहीं है।
इलिया की पत्नी ने उनके निधन के बाद एक भावुक बयान जारी किया है। उन्होंने कहा, “इलिया सिर्फ एक बॉडीबिल्डर नहीं थे, बल्कि वे एक अद्भुत इंसान थे। उनके साथ बिताए हुए पल हम कभी नहीं भूल पाएंगे। उनका अचानक चले जाना हम सभी के लिए एक गहरा शोक है।” उन्होंने अपने पति की असामयिक मृत्यु के बारे में बताया और कहा कि यह एक बड़ी क्षति है, जो उनकी ज़िंदगी की कमी का अहसास कराती है। उनकी पत्नी ने यह भी कहा कि वे इस कठिन समय में सभी के समर्थन और संवेदनाओं के लिए आभारी हैं।
इलिया गोलेम येफिमचिक का निधन बॉडीबिल्डिंग की दुनिया के लिए एक बड़ा झटका है। उनके निधन ने इस खेल में स्वास्थ्य और फिटनेस पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता को फिर से उजागर किया है। उनकी मौत के बाद, बॉडीबिल्डिंग समुदाय में हार्ट अटैक और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति जागरूकता फैलाने पर चर्चा शुरू हो गई है। विशेषज्ञ और फिटनेस कोच इस बात पर जोर दे रहे हैं कि बॉडीबिल्डर्स को केवल अपनी ताकत और मांसपेशियों पर ही ध्यान नहीं देना चाहिए, बल्कि समग्र स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना चाहिए। सही आहार, नियमित चेक-अप, और तनाव प्रबंधन जैसे कारक भी महत्वपूर्ण हैं।