हरिद्वार, 2 मई – हरिद्वार में हुई बिन मौसम बारिश ने नगर निगम की तैयारियों की पोल खोल दी है। गुरुवार की दोपहर अचानक हुई तेज़ बारिश ने शहर की व्यवस्थाओं को अस्त-व्यस्त कर दिया। महज डेढ़ घंटे की बारिश ने हरिद्वार के सबसे व्यस्त चंद्राचार्य चौक को पूरी तरह से जलमग्न कर दिया।
बारिश के बाद सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। वाहन रेंगते हुए दिखाई दिए और पैदल चलने वालों की मुश्किलें बढ़ गईं। स्थानीय लोगों का कहना है कि हर साल मानसून से पहले नगर निगम बड़े-बड़े दावे करता है कि नालों की सफाई हो चुकी है और जल निकासी की व्यवस्था पूरी है। लेकिन हकीकत कुछ और ही दिखी।
चंद्राचार्य चौक, जो हरिद्वार का प्रमुख चौराहा है, वहां पानी भरने से यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ। बारिश के कारण कई दुकानों में पानी घुस गया, जिससे व्यापारियों को भी नुकसान उठाना पड़ा। स्थानीय निवासी राजेश शर्मा ने बताया, “हर बार यही होता है। थोड़ी सी बारिश होते ही सड़कें डूब जाती हैं। नगर निगम केवल कागज़ों पर तैयारी करता है, ज़मीनी हकीकत कुछ और है।”
नगर निगम की इस लापरवाही को लेकर लोगों में आक्रोश है। शहरवासी मांग कर रहे हैं कि इस तरह की स्थिति को गंभीरता से लिया जाए और स्थायी समाधान किया जाए। यदि अभी से तैयारियां नहीं की गईं, तो मानसून में हालात और भी बदतर हो सकते हैं।
अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन इस चेतावनी स्वरूप बारिश से कोई सबक लेता है या फिर हर साल की तरह इस बार भी सारी बातें केवल बैठकों और प्रेस विज्ञप्तियों तक ही सीमित रह जाएंगी।