मंगलवार दोपहर करीब 2:15 बजे रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार पर राप्ती गंगा एक्सप्रेस ट्रेन के आगमन पर भगदड़ मच गई। इस घटना में पांच यात्री बाल-बाल बचे, जो ट्रेन और प्लेटफार्म के बीच फंस गए थे। गनीमत यह रही कि ट्रेन की रफ्तार धीमी थी, जिससे उनकी जान बच गई।
दीपावली के त्योहार के चलते रेलवे स्टेशन पर हजारों की संख्या में यात्रियों की भीड़ थी। ट्रेन पर सवार होने के जल्दबाजी में यात्रियों ने आपस में धक्का-मुक्की शुरू कर दी, जिससे स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई। कई यात्री प्लेटफार्म पर गिर गए और गंभीर चोटें आईं।
जब राप्ती गंगा एक्सप्रेस ट्रेन प्लेटफार्म पर पहुंची, तो यात्रियों ने एक-दूसरे को पीछे छोड़ते हुए ट्रेन पर चढ़ने के लिए दौड़ना शुरू कर दिया। कुछ यात्रियों ने रेलवे ट्रैक पार करके दूसरी साइड जाने की कोशिश की, जहां पहले से ही ट्रेन मौजूद थी। जीआरपी के जवानों ने किसी तरह उन यात्रियों को वापस प्लेटफार्म की ओर खदेड़ा।
जीआरपी के जवानों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई बार डंडा फटकारा, लेकिन भीड़ बेकाबू हो गई। ट्रेन में सवार होने के प्रयास में यात्रियों ने एक-दूसरे को धक्का दिया और कई लोग गिर गए। इस दौरान ट्रेन में सवार यात्रियों को बाहर निकलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
अंदर मौजूद यात्रियों की सांसें फूलने लगीं क्योंकि उन्हें बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं मिल रहा था। जीआरपी और आरपीएफ के जवानों ने अंततः मशक्कत के बाद यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला।
भीड़ इतनी अधिक थी कि सामान्य श्रेणी के दोनों कोच तुरंत भर गए। प्लेटफार्म के किनारे कई जूते और चप्पलें गिर गईं, जो स्थिति की गंभीरता को दर्शाते हैं। यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए जीआरपी ने सख्त कदम उठाए, लेकिन भीड़ में अफरातफरी के चलते उन्हें काफी मेहनत करनी पड़ी।