केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकारों पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि ये सरकारें अपने चुनावी वादों को पूरा करने में पूरी तरह से विफल रही हैं। अमित शाह ने कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि चुनावों के दौरान किए गए बड़े-बड़े वादों के बावजूद, राज्य सरकारों ने किसी भी महत्वपूर्ण वचन को लागू नहीं किया है और जनता के सामने अपनी असफलताओं को छिपाने की कोशिश कर रही हैं।
अमित शाह का बयान
अमित शाह ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा, “कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकारें उन सभी वादों को पूरा करने में असफल रही हैं, जिनका उन्होंने चुनावों के दौरान दावा किया था। कर्नाटक में कांग्रेस ने किसानों, बेरोजगारों, और युवाओं के लिए कई वादे किए थे, लेकिन अब जब सरकार ने अपने कार्यकाल के पहले साल में ही इन वादों को पूरा करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया, तो यह साबित हो गया कि कांग्रेस केवल जनता को गुमराह करने के लिए झूठे वादे करती है।”
उन्होंने आगे कहा, “हिमाचल प्रदेश में भी यही स्थिति है। वहां कांग्रेस सरकार ने चुनाव से पहले कई बड़े वादे किए थे, लेकिन अब तक इन वादों को पूरा करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। यही नहीं, कांग्रेस के नेताओं ने अब जनता के विश्वास को तोड़ने और अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए विभिन्न बहानों का सहारा लिया है।”
कर्नाटक सरकार के वादे
कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनावों के दौरान कई अहम वादे किए थे, जिनमें प्रमुख थे:
- किसानों के लिए कर्ज माफी – कांग्रेस ने किसानों को कर्ज माफी का वादा किया था, लेकिन अब तक इसका कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
- युवाओं को रोजगार के अवसर – कांग्रेस ने युवाओं के लिए सरकारी नौकरियों का वादा किया था, लेकिन नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया में कोई उल्लेखनीय प्रगति नहीं हुई।
- महिलाओं के लिए सुरक्षा और कल्याण योजनाएं – महिलाओं के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करने और कल्याण योजनाओं को लागू करने के वादे भी अधूरे रहे हैं।
कर्नाटक सरकार ने सत्ता में आने के बाद कई योजनाओं का ऐलान किया था, लेकिन चुनावी वादों को पूरा करने के बजाय सरकार ने इन योजनाओं के लागू होने में विलंब किया है।
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के वादे
हिमाचल प्रदेश में भी कांग्रेस पार्टी ने सत्ता में आने के बाद कई वादे किए थे, जैसे:
- महंगाई से राहत – कांग्रेस ने आम जनता को महंगाई से राहत देने का वादा किया था, लेकिन राज्य सरकार द्वारा कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए गए हैं।
- बेरोजगारों के लिए रोजगार योजना – हिमाचल प्रदेश में भी कांग्रेस ने युवाओं को रोजगार देने की बात की थी, लेकिन इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं दिखी।
- शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार – कांग्रेस ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार का वादा किया था, लेकिन इन क्षेत्रों में कोई स्पष्ट बदलाव नहीं आया।
अमित शाह ने आरोप लगाया कि इन वादों की सच्चाई यह है कि चुनावी प्रक्रिया के दौरान जनता को आकर्षित करने के लिए किए गए वादे सिर्फ झूठे थे, और अब कांग्रेस सरकारें अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए बहाने बना रही हैं।
भविष्य में कांग्रेस की भूमिका
अमित शाह ने कांग्रेस पार्टी की आलोचना करते हुए कहा, “कांग्रेस अब केवल अपनी विफलताओं को ढंकने की कोशिश कर रही है, लेकिन जनता समझ चुकी है। अब कांग्रेस के पास सिर्फ एक ही रास्ता बचा है – चुनावों से पहले किए गए वादों को पूरा करने का।”
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी अपनी आंतरिक गुटबाजी और असहमति में उलझी हुई है और राज्य की जनता की समस्याओं को सुलझाने में असफल साबित हो रही है। उनका मानना था कि कांग्रेस के नेताओं को अब जनता से जवाब देना चाहिए और अपने किए गए वादों को पूरा करना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी की तैयारी
अमित शाह ने इस दौरान यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) आने वाले चुनावों के लिए पूरी तरह से तैयार है और पार्टी ने कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में अपने कार्यक्रम और नीतियों के तहत काम करना शुरू कर दिया है। उन्होंने भरोसा जताया कि बीजेपी अगले चुनावों में कांग्रेस को हराकर सत्ता में आएगी और जनता को उनके वास्तविक वादों का परिणाम दिखाएगी।
अमित शाह का यह बयान कांग्रेस की राज्य सरकारों की नीतियों और कार्यों पर सीधी आलोचना करता है। उन्होंने कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकारों की विफलताओं को उजागर करते हुए कहा कि इन सरकारों ने चुनावी वादों को पूरा करने में पूरी तरह से असफल रही हैं। उनका कहना है कि जनता अब इन सरकारों के झूठे वादों को समझ चुकी है और आने वाले चुनावों में बीजेपी को भारी समर्थन मिलेगा।