महाशिवरात्रि पर बन रहा है दुर्लभ संयोग : हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन महाशिवरात्रि का महापर्व मनाया जाता है. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव का देवी पार्वती संग विवाह हुआ था. कुछ लोग इस दिन व्रत रखकर दिनभर देवों के देव महादेव की आराधना करते हैं. ज्योतिष शास्त्र में जो गणना हुई है उस आधार पर कहा जा रहा है कि इस दिन 60 साल बाद दुर्लभ संयोग बनने वाले हैं. इस दिन धनिष्ठा नक्षत्र, परिघ योग, चंद्र का मकर राशि में गोचर, कुंभ में त्रिग्रही योग का संयोग बनने जा रहा है. ऐसे योग में अगर आप अपने घर में कुछ विशेष चीज़ें लेकर आते हैं तो माना जाता है कि सालभर आपके घर में महादेव की कृपा बनी रहती है।
चांदी के नंदी
शिव पुराण में नंदी बैल को महादेव का वाहन बताया गया है. चांदी के नंदी बाबा अगर आप महाशिवरात्रि के दिन अपने घर पर लेकर आते हैं तो इससे साक्षात महादेव का आपके घर में वास माना जाता है।
पारद शिवलिंग
महाशिवरात्रि के दिन पारद शिवलिंग घर में लाने से कहा जाता है कि कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है और पितृ दोष दूर होता है. वास्तु शास्त्र में भी पारद शिवलिंग को अगर घर में सही नियमों के साथ लाकर रखा जाए तो उस घर की आर्थिक स्थिति और मजबूत होती है।
रुद्राक्ष
धार्मिक मान्यता है कि रुद्राक्ष धारण करने से हर रोग, दोष और दुख दूर होता है. आप 1 से 14 मुखी तक कोई भी रुद्राक्ष महाशिवरात्रि के शुभ दिन अपने घर ला सकते हैं. आप चाहें तो किसी विद्वान पंडित से सलाह करके भी सही रुद्राक्ष इस दिन धारण कर सकते हैं।
बेलपत्र
महाशिवरात्रि के महापर्व पर इस बार 60 साल बाद बेहद दुर्लभ संयोग बन रहा है. इस दौरान अगर आप बेलपत्र का पौधा लगाते हैं तो कहा जाता है कि जैसे-जैसे ये पौधा ग्रोथ करता है वैसे-वैसे आपकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होने लगती है. इसे शास्त्रों में बेहद शुभ माना जाता है।