अल्मोड़ा के मंदिरों में VR टेक्नोलॉजी से दर्शन: उत्तराखंड के प्रसिद्ध जागेश्वर धाम और चितई गोलू देवता मंदिर में वी आर टेक्नोलॉजी से दर्शन कराने की योजना बनाई है. इससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और मंदिर की आय बढ़ेगी.दरअसल आजकल टेक्नोलॉजी बहुत तेजी से बढ़ रही है। कई राज्यों के मंदिरों में वीआर यानी वर्चुअल रियलिटी के जरिए दर्शन कराए जा रहे हैं। अब इसी तरह उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के कुछ प्रसिद्ध मंदिरों में भी वीआर के जरिए दर्शन कराए जाएंगे। इसके लिए अल्मोड़ा के डीएम आलोक कुमार पांडे ने बाहर की कंपनियों से प्रस्ताव मांगा है। डीएम आलोक कुमार पांडे खुद भी वीआर के जरिए मंदिरों के दर्शन कर रहे हैं और अन्य जानकारियां भी ले रहे हैं। जल्द ही जागेश्वर धाम और चितई गोलू देवता मंदिर में इसके लिए कार्य योजना तैयार की जाएगी।
लोगों को मिलेगा रोजगार
डीएम आलोक कुमार पांडे ने बताया कि चितई गोलू देवता मंदिर और प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में हजारों श्रद्धालु आते हैं. इन मंदिरों में वी आर टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा सकता है. इसके लिए कई संस्थानों से बातचीत चल रही है. उनकी कोशिश है कि बेस्ट प्रपोजल मिलने के बाद इन मंदिरों में वी आर लगाया जाएगा. डीएम आलोक कुमार पांडे ने यह भी कहा कि वी आर टेक्नोलॉजी बहुत अच्छी है और इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के साधन मिलेंगे, जिससे उनकी और मंदिर की आय बढ़ेगी.
कंपनी ने बताया कि अरादरी मैनेजमेंट सर्विस के जरिए वर्तमान में नीलकंठ, मणि मंदिर बनारस, अन्नपूर्णा मंदिर में वी आर टेक्नोलॉजी लगी हुई है. इसके लिए डीएम आलोक कुमार पांडे को दिखाने के लिए लाया गया है. वी आर के जरिए मंदिरों के दर्शन करने के साथ-साथ उनसे जुड़ी कहानियां भी बताई जाएंगी. दरअसल, श्रद्धालु मंदिर में आते हैं लेकिन उन्हें मंदिर की जानकारी और कहानियां नहीं पता होतीं. अगर वी आर टेक्नोलॉजी लगती है तो लोग आसानी से देख और समझ सकेंगे. इसके लिए करीब 8 मिनट तक दर्शन करवाए जाएंगे. इसके अलावा इसमें आरती भी दिखाई जाएगी.