भारतीय कुश्ती स्टार बजरंग पूनिया एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गए हैं। NADA (National Anti-Doping Agency) ने बजरंग पर 4 साल का प्रतिबंध लगा दिया है। यह फैसला उनके खिलाफ डोपिंग के नियमों के उल्लंघन के चलते आया है। अब सवाल उठता है कि क्या बजरंग पूनिया भी विनेश फोगाट की तरह CAS (Court of Arbitration for Sport) का सहारा लेकर अपने बैन के खिलाफ अपील करेंगे।
NADA ने बजरंग पूनिया पर प्रतिबंध लगाने का फैसला उनके सैंपल में प्रतिबंधित पदार्थ मिलने के बाद लिया। हालांकि, बजरंग ने अपने बयान में किसी भी प्रकार की गलती से इनकार किया है और इसे साजिश बताया है। इससे पहले, विनेश फोगाट ने अपने बैन के खिलाफ CAS में अपील की थी। बजरंग भी इसी रास्ते पर जा सकते हैं। उनके वकील ने संकेत दिया है कि जल्द ही CAS में याचिका दायर की जाएगी। बजरंग ने कहा है कि “मैंने कभी किसी प्रकार के प्रतिबंधित पदार्थ का इस्तेमाल नहीं किया। यह मेरे करियर और प्रतिष्ठा को खराब करने की साजिश है।” उन्होंने अपने फैंस से समर्थन बनाए रखने की अपील की है। NADA ने कहा है कि उन्होंने सभी आवश्यक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए यह फैसला लिया है। संगठन ने स्पष्ट किया है कि डोपिंग के खिलाफ कड़ा रुख अपनाना जरूरी है।
बजरंग पूनिया के प्रतिबंध ने खेल जगत में हलचल मचा दी है। फैंस और समर्थकों ने सोशल मीडिया पर उनके प्रति अपना समर्थन जताया है और निष्पक्ष जांच की मांग की है।