साइबर ठगों की बढ़ती गतिविधियों के बीच, रुड़की में दो मामले सामने आए हैं जहां अनजान व्यक्तियों द्वारा किसी के बैंक खाते में पैसे डालने की शिकायतें आई हैं। इन मामलों में शक जताया जा रहा है कि ये बैंक खाते साइबर ठगों से मिलीभगत में हो सकते हैं। ऐसे मामलों में बैंक खातों को बंद किया जा रहा है ताकि ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
हाल के दिनों में, साइबर ठगों ने नए तरीके अपनाने शुरू कर दिए हैं। इनमें से एक तरीका यह है कि वे पहले किसी के खाते में रकम डालते हैं। इसके बाद, वे या तो अपने आपको परिचित बताकर या गलती से पैसे डालने का बहाना बनाकर उस रकम को किसी अन्य खाते में ट्रांसफर करवा लेते हैं। इससे न केवल खाताधारक को आर्थिक नुकसान होता है, बल्कि उनका खाता भी खाली हो जाता है।
इस प्रकार की शिकायतें लगातार बैंकों और पुलिस के पास पहुंच रही हैं। ऐसे मामलों की गंभीरता को देखते हुए, बैंकों ने सतर्कता बरतते हुए संदिग्ध खातों को बंद करना शुरू कर दिया है। बैंक अधिकारियों का मानना है कि ये खाते कहीं न कहीं साइबर ठगों से जुड़े हुए हैं, जो कि धोखाधड़ी करने के लिए इन खातों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
पुलिस अब इन मामलों की जांच कर रही है और लोगों से अपील कर रही है कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजे गए पैसे को स्वीकार करने से पहले सतर्क रहें। यदि किसी खाते में बिना अनुमति के रकम आती है, तो तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें और मामले की रिपोर्ट करें।
साइबर ठगी के इन मामलों से बचने के लिए सभी को जागरूक रहना चाहिए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस या बैंक को देनी चाहिए। इस प्रकार की सावधानियों से हम साइबर अपराधियों के खिलाफ मजबूती से खड़े हो सकते हैं।