मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को देहरादून के परेड मैदान में स्वच्छता ही सेवा-2024 कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने क्रॉस कंट्री मैराथन दौड़ को फ्लैग ऑफ कर रवाना किया और स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए विशेष प्रयास किए।
स्वच्छता ही सेवा-2024 के अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री धामी ने सभी उपस्थित लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। इसके साथ ही ‘एक पेड़ मां’ के नाम अभियान के तहत पौधरोपण भी किया गया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बालिकाओं को किशोरी किट का वितरण किया और विश्वकर्मा दिवस की शुभकामनाएं भी प्रदान की।
मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में बताया कि राज्य सरकार का लक्ष्य मार्च 2025 तक उत्तराखंड के सभी गांवों में शत प्रतिशत कचरा प्रबंधन की व्यवस्था लागू करना है। उन्होंने राज्य में अब तक किए गए स्वच्छता प्रयासों का भी उल्लेख किया और बताया कि 5 लाख 37 हजार से अधिक शौचालय विहीन परिवारों के लिए शौचालयों का निर्माण किया गया है।
सीएम धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिवस पर शुभकामनाएं दीं और उनकी स्वच्छता के प्रति सजगता और नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छता मिशन की प्रेरणा से देश के हर व्यक्ति में स्वच्छता का भाव उत्पन्न हुआ है।
उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के ऐतिहासिक और दूरदर्शी विजन ने भारत को स्वच्छता के नए आयामों पर पहुंचाया है। पिछले दस वर्षों में देशभर में करोड़ों शौचालयों का निर्माण किया गया है और कचरा प्रबंधन के लिए आवश्यक सुविधाएं विकसित की गई हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड की स्वच्छता में प्राप्त उपलब्धियों का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड को वर्ष 2017 में देश का चौथा ओडीएफ (ओपन डिफेकेशन फ्री) राज्य होने का गौरव प्राप्त हुआ। अब तक राज्य में 5 लाख 37 हजार से अधिक शौचालय विहीन परिवारों के लिए शौचालयों का निर्माण किया गया है।
इसके अलावा, 2600 से अधिक स्वच्छता कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया गया है, और 9000 से अधिक गांवों में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन का कार्य पूरा किया गया है। 77 विकासखंडों में प्लास्टिक कचरा प्रबंधन की इकाइयां स्थापित की गई हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड में स्वच्छता के क्षेत्र में सराहनीय प्रगति की जा रही है और राज्य सरकार कचरा प्रबंधन को लेकर अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत करने के लिए लगातार प्रयासरत है।