वृद्धजनों के स्वास्थ्य के प्रति समाज को जागरूक होना ज़रूरी – स्वामी चिदानन्द सरस्वती
परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में विश्व वृद्धजन दिवस के अवसर पर वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में निःशुल्क आंखों की जांच, चश्मों का वितरण और दवाइयाँ दी गईं। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने इस शिविर का उद्घाटन करते हुये कहा कि, वरिष्ठ नागरिक हमारे समाज की धरोहर हैं और उनकी देखभाल हमारी जिम्मेदारी है। इस शिविर का उद्देश्य उनकी आंखों की देखभाल करना और उन्हें बेहतर दृष्टि प्रदान करने के साथ वृद्धजनों के स्वास्थ्य के प्रति समाज को जागरूक करना भी है। स्वामी जी ने समाज के सभी वर्गों से अपील की कि वे अपने घर, परिवार और आसपास के वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल करें और उनकी आवश्यकताओं का ध्यान रखें। भारतीय संस्कृति सभी के प्रति सम्मान की संस्कृति है और वरिष्ठ नागरिकों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करना हमारे संस्कार हैं।
वृद्धजन हमारे मार्गदर्शक, शिक्षक और प्रेरणा स्रोत हैं। उनका स्थान हमारे जीवन में ईश्वर के प्रतिनिधि के रूप में हैं। उनके अनुभव और ज्ञान का कोई मोल नहीं है। वे हमें जीवन के सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं। भारतीय संस्कृति में, वृद्धजनों का सम्मान करना, उनकी सेवा करना कर्तव्य भी हैं और धर्म भी है। परिवार के बड़े बुजर्ग परिवार की नींव हैं, जिनके आशीर्वाद से जीवन समृद्ध होता है। स्वामी जी ने कहा कि आज विश्व शाकाहार दिवस भी है और शाकाहार ही है शुद्ध व उचित आहार। शाकाहार अर्थात् जिओ और जीने दो ही नहीं बल्कि जीवन दो भी हैं। आहार, आरोग्य और अध्यात्म ये तीनों स्वस्थ जीवन की त्रिवेणी हैं और भोजन भी एक प्रकार का यज्ञ है इसलिये बलि नहीं बल्कि इसे आहुति के रूप में ग्रहण करें।
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ मुकेश अग्रवाल ने सरकारी सेवाओं से निवृति के पश्चात स्वामी जी के मार्गदर्शन व आशीर्वाद से समाज सेवा की ओर कदम बढ़ाते हुये परमार्थ निकेतन में वरिष्ठ नागरिकों की आंखों की जांच की। जांच के दौरान, दूर व पास की नजर की जांच, मोतियाबिंद, ग्लूकोमा और अन्य नेत्र रोगों की पहचान की गई और उनके उपचार के लिए उचित परामर्श दिया गया। जिन वरिष्ठ नागरिकों को चश्मे की आवश्यकता थी, उन्हें निःशुल्क चश्मे वितरित किए गए। इसके अलावा, जिन लोगों को दवाइयों की आवश्यकता थी, उन्हें भी निःशुल्क दवाइयाँ प्रदान की गईं।
शिविर में आए वरिष्ठ नागरिकों ने परमार्थ निकेतन द्वारा संचालित इस पहल की सराहना की और धन्यवाद देते हुये कहा कि इस क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरे उत्तराखंड में स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में परमार्थ निकेतन द्वारा अद्भुत कार्य किये जा रहे हैं। परमार्थ निकेतन में अक्सर चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जाता है तथा भविष्य में भी ऐसे शिविरों का आयोजन किया जायेगा ताकि वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाएँ मिलती रहें। इस अवसर पर अक्षय, कंचन घनसोला, जे बी बहल, प्रेमराज, करूणा, जिमी, वर्षा आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।