कोरोना वायरस के बाद अफ्रीका में एक नई बीमारी सामने आई है। इस बीमारी ने अफ्रीकी देश युगांडा के कई लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। इस रहस्यमयी बीमारी का नाम डिंगा डिंगा बताया जा रहा है। खबरों की मानें तो युगांडा में 300 से ज्यादा लोग इस बीमारी की चपेट में आ गए हैं। डॉक्टर भी इस बीमारी का तोड़ निकालने में जुटे हैं। हैरानी की बात तो यह है कि युगांडा की ज्यादातर महिलाएं और लड़कियां ही इस बीमारी का शिकार हो रही हैं।
डिंगा डिंगा के लक्षण
डिंगा डिंगा बीमारी युगांडा के बुंदीबग्यो क्षेत्र में तेजी से फैल रही है। डिंगा डिंगा के शुरुआती लक्षणों की बात करें तो इसमें मरीज को बुखार और कंपकंपी होने लगती है। मरीज का शरीर खूब तेज कांपता है, जिससे उसका चलना भी मुश्किल हो जाता है।
कितनी खतरनाक है ये बीमारी?
फिलहाल इस बीमारी से किसी के मौत की खबर सामने नहीं आई है। वहीं डिंगा डिंगा से निजात दिलाने के लिए डॉक्टर्स एंटीबायोटिक दवा की मदद ले रहे हैं। डिंगा डिंगा बीमारी युगांडा के बुंदीबग्यो में ही फैली है। आसपास के इलाकों में इस बीमारी के कोई सबूत नहीं मिले हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो डिंगा डिंगा की चपेट में आए मरीज 1 हफ्ते में ठीक हो जाते हैं। हालांकि इस बीमारी ने लोगों में खौफ बनाना शुरू कर दिया है।
कांगो में 30 की मौत
दरअसल युगांडा से सटे कांगो देश में एक अजीब तरह की बीमारी फैल रही है। इससे लोगों को बुखार, सिरदर्द, खांसी, नाक बहना और शरीर में दर्द जैसे लक्षण सामने आ रहे हैं। कांगो में 400 से ज्यादा लोग इस बीमारी का शिकार हो चुके हैं। वहीं इस रहस्यमयी बीमारी ने 30 लोगों की जान ले ली है। यही वजह है कि युगांडा में डिंगा डिंगा से भी लोग काफी डर गए हैं।
मरीज ने सुनाई आपबीती
रिपोर्ट के मुताबिक डिंगा डिंगा बीमारी का शुकार हुए एक मरीज ने बताया कि मुझे बहुत ज्यादा कमजोरी महसूस हो रही है। जब भी मैं चलने की कोशिश करता हूं मेरा शरीर जोर-जोर से कांपने लगता है। डॉक्टरों की मानें तो डिंगा डिंगा से ग्रसित मरीजों का हेल्थ सैंपल युगांडा के स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजा गया है। अभी मरीजों को हर्बल दवाईयां दी जा रही हैं, क्योंकि इस बीमारी के बारे में डॉक्टरों को भी ज्यादा कुछ पता नहीं चला है।
डिंगा डिंगा पर रिसर्च जारी
डिंगा डिंगा बीमारी कहां से और क्यों पैदा हुई? इसका अभी तक खुलासा नहीं हो सका है। मगर प्रशासन ने लोगों को बुंदीबुग्यो इलाके से दूर रहने की सलाह दी है। इस इलाके में कई सारे स्वास्थ्य अभियान चलाए जा रहे हैं, जिससे इस बीमारी को जड़ से खत्म किया जा सके।