आपको अगर दिल खोल कर नाचना है , गुजराती धुन पर मस्ती भरे गरबा का मज़ा लेना है तो नाक भौं सिकोड़ कर मूत्र पीना पड़ेगा तभी आपको इंट्री मिलेगी। हैरानी हो रही होगी आपको सुनकर , लेकिन जनाब ये फरमान मध्य प्रदेश के भाजपा नेता ने दिया है। मध्य प्रदेश के बीजेपी के जिला अध्यक्ष चिंटू वर्मा का बयान मीडिया में भी जमकर वायरल हो रहा है। भाजपा नेता चिंटू वर्मा ने गरबा में प्रवेश करने के लिए लोगों को गौमूत्र पिलाने की सलाह दी है। उनका कहना है कि जो भी लोग गरबा में आएं उन्हें गौमूत्र पिलाया जाए।
क्या है गौमूत्र पिलाने की वजह ?
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो गरबा पंडाल में हजारों की संख्या में लोग शिरकत करते हैं। इनमें दूसरे धर्म के लोग भी शामिल होते हैं। भीड़ का फायदा उठाकर यह लोग लड़कियों के साथ छेड़खानी करते हैं। इन घटनाओं पर लगाम कसने के लिए बीजेपी नेता चिंटू वर्मा ने गौमूत्र पिलाने का सुझाव दे डाला है। इंदौर के जिलाध्यक्ष चिंटू वर्मा का बयान सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।
गौमूत्र की जगह आधार कार्ड क्यों नहीं ?
अपने आप में ये सुझाव जितना बचकाना लगता है उतना ही अव्यवहारिक भी है क्योंकि धर्म विशेष को चिन्हित करने के लिए इस तरह का नियम भला कौन मानेगा। लेकिन अब इन नेताजी को कौन समझाए , लिहाज़ा चिंटू वर्मा ने कहा कि गरबा में प्रवेश करते समय लोगों को गौमूत्र पिलाया जाए। हिंदू धर्म के लोगों को गौमूत्र पीने में कोई आपत्ति नहीं होगी, लेकिन अगर वो दूसरे धर्म के लोग होंगे, तो गौमूत्र कभी नहीं पिएंगे। ऐसे में जब चिंटू वर्मा से पूछा गया कि क्या गौमूत्र ही एकमात्र रास्ता है, लोगों का आधार कार्ड भी चेक किया जा सकता है। इस पर चिंटू वर्मा ने जवाब दिया कि आधार कार्ड तो आसानी से एडिट हो जाते हैं। इसलिए गलत आधार कार्ड दिखाकर भी लोग गरबा में प्रवेश कर सकते हैं।