नैनीताल जिले में पुलिस द्वारा चलाए गए सघन चेकिंग अभियान के तहत एक बड़े मामले का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें नकली नोटों के साथ कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इस अभियान का संचालन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा के निर्देश पर किया गया, जिसके परिणामस्वरूप पुलिस को कई संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों से संबंधित जानकारी मिली। लालकुआं पुलिस टीम ने संदिग्ध गतिविधियों की जांच करते हुए एक 28 वर्षीय युवक, शिवम वर्मा को गिरफ्तार किया। वह वाहन संख्या UK04 AB-4892 सियाज कार के साथ नकली नोटों का परिवहन कर रहा था। पुलिस ने उसके पास से 9,000 रुपये के नकली नोट बरामद किए। शिवम वर्मा के पकड़े जाने के बाद उसने अन्य आरोपियों के नाम भी लिए, जिसके आधार पर पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू की।
शिवम वर्मा की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया, जिसमें पुलिस अधीक्षक प्रकाश चंद्र और क्षेत्राधिकारी नितिन लोहनी शामिल थे। इस टीम ने पुरानी नगीना कालौनी के एक खंडहर से तीन अन्य अभियुक्तों—आसिफ अंसारी उर्फ आशिक रजा, सय्यद मौज्जम अली, और अली मोहम्मद—को गिरफ्तार किया। इन तीनों के कब्जे से क्रमशः 1,00,000 रुपये, 69,000 रुपये, और 98,000 रुपये के नकली नोट बरामद किए गए।
इस बीच, पुलिस को जानकारी मिली कि एक अन्य आरोपी, विनोद कुमार, जो लगातार लापता था, को खैरानी जंगल से गिरफ्तार किया गया। उसके पास से 11 नकली 500 रुपये के नोट भी बरामद हुए। इसके बाद, पुलिस ने विजय टम्टा और संतोष कुमार को भी गिरफ्तार किया, जिनके पास से नकली नोटों के जलने के अवशेष और कुछ और नकली नोट मिले।
पुलिस ने अब तक कुल 3,07,000 रुपये के 614 नकली नोट बरामद किए हैं। इन नोटों को पश्चिम बंगाल के मालदा से लाकर अन्य राज्यों में चलाने की योजना थी। पुलिस ने इस नेटवर्क की गहराई से जांच करने का निर्णय लिया है।
पुलिस द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान में कई उच्च अधिकारियों और पुलिस टीमों का योगदान रहा। नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने इस सफल ऑपरेशन के लिए पुलिस टीम को 2,500 रुपये नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है। यह कार्रवाई पुलिस द्वारा किए गए समर्पण और मेहनत का प्रमाण है।