भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे तीसरे टेस्ट मैच में भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज का जश्न मनाने का तरीका चर्चा का विषय बन गया है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ने सिराज के उत्सव पर सवाल उठाते हुए इसे अनुचित बताया और भारतीय टीम से इस पर ध्यान देने की अपील की है।
मोहम्मद सिराज ने एक महत्वपूर्ण विकेट लेने के बाद अपने आक्रामक अंदाज में जश्न मनाया। उनका यह उत्सव ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को चिढ़ाने वाला माना गया। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ने इसे खेल भावना के खिलाफ बताते हुए कहा, “भारत को अपने खिलाड़ियों पर नियंत्रण रखना चाहिए।” पूर्व कप्तान ने कहा, “हम खेल को जुनून के साथ देखना चाहते हैं, लेकिन हर खिलाड़ी को अपनी सीमा समझनी चाहिए। सिराज का यह व्यवहार दर्शकों और खिलाड़ियों के बीच गलत संदेश भेज सकता है।” सिराज के जश्न का समर्थन करते हुए भारतीय फैंस ने सोशल मीडिया पर जमकर प्रतिक्रियाएं दीं।
एक फैन ने लिखा, “सिराज का जश्न उनकी मेहनत और जुनून का प्रतीक है। इसे खेल भावना से जोड़ना गलत है।” मोहम्मद सिराज ने मैच में अपनी धारदार गेंदबाजी से महत्वपूर्ण विकेट चटकाए। उनके आक्रामक रवैये ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को दबाव में ला दिया। यह घटना एक बार फिर खेल भावना और खिलाड़ियों के व्यवहार पर बहस को जन्म देती है। हालांकि, खेल के जुनून और आक्रामकता के बीच संतुलन बनाए रखना जरूरी है।