60 करोड़ से होगा कैंची धाम का सौंदर्यीकरण : बाबा नीब करौरी महाराज के सुप्रसिद्ध कैंची धाम को और अधिक आकर्षक और सुविधाजनक बनाने के लिए राज्य और केंद्र सरकार दोनों ही गंभीर हैं। केंद्र सरकार ने चुनौती आधारित गंतव्य विकास योजना के तहत इस धाम के सौंदर्यीकरण के लिए बजट प्रदान करने का निर्णय लिया है। इसके तहत लोक निर्माण विभाग द्वारा तैयार की गई तीसरी डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) को 20 करोड़ रुपये की लागत के साथ शासन स्तर से केंद्र सरकार को भेजा गया है। अब कैंची धाम को संवारने की परियोजना की कुल लागत 60 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है।
प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु कैंची धाम आते हैं। खास अवसरों पर यह संख्या हजारों तक पहुंच जाती है। अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर स्थित होने के कारण यह क्षेत्र ग्रामीण है, जहां मूलभूत सुविधाओं के विस्तार की आवश्यकता महसूस हो रही थी। राज्य सरकार ने इस समस्या को सुलझाने के लिए मानसखंड मंदिर माला मिशन के तहत कैंची धाम को संवारने की योजना शुरू की। इसके अंतर्गत दो मंजिला पार्किंग, पुल निर्माण और अन्य सौंदर्यीकरण कार्यों के लिए 28 करोड़ रुपये की डीपीआर तैयार की गई थी, जिसे मंजूरी मिल चुकी है। हालांकि, सड़क मार्ग में जाम की समस्या को ध्यान में रखते हुए एक हेलीपैड प्रस्तावित किया गया। इसके परिणाम स्वरूप लोनिवि को संशोधित डीपीआर तैयार करनी पड़ी।
जिसके बाद पार्किंग के लिए एक और मंजिल के विस्तार के साथ ही तीन मंजिला पार्किंग और हेलीपैड निर्माण के लिए 40 करोड़ रुपये की डीपीआर को विभागीय स्वीकृति मिल गई। केंद्र सरकार ने भी इस परियोजना को गंभीरता से लेते हुए 25 करोड़ रुपये का बजट देने का प्रस्ताव किया है। इस संबंध में 20 करोड़ रुपये का एक और प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया है। जिला पर्यटन अधिकारी अतुल भंडारी ने बताया कि लोनिवि की बनाई डीपीआर को शासन स्तर से भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय को भेज दिया गया है।
पुलिस चौकी और डिस्पेंसरी खुलेगी
लोक निर्माण विभाग ने बताया कि 20 करोड़ की तीसरी डीपीआर में कैंची धाम के किनारे मेडिटेशन सेंटर खोलने का प्रस्ताव भी शामिल है। इसके साथ ही राजस्व भूमि पर पुलिस चौकी और श्रद्धालुओं के उपचार के लिए डिस्पेंसरी खोली जानी भी प्रस्तावित है। वहीं, पार्क निर्माण के साथ ही प्रस्तावित पुल पर आकर्षक लाईट लगाकर सौंदर्यीकरण कार्य किया जाएगा। साथ ही पुराने पुल को मजबूती देने वाले कार्य भी नयी डीपीआर में शामिल किये गए हैं।