नेशनल डेंगू डे: भारत में 16 मई 2025 को नेशनल डेंगू डे मनाया जाता है। इसका मकसद डेंगू बुखार के बढ़ते खतरे के बारे में लोगों को जागरूक करना है, खासकर बरसात के मौसम में जब मच्छर बहुत ज्यादा पनपते हैं। डेंगू एक वायरस जनित बीमारी है जोएडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलती है। इस मच्छर के काटने से डेंगू बुखार होता है, यह संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से मनुष्यों में फैलती है।
आपको डेंगू बुखार किसी संक्रमित व्यक्ति के आस-पास रहने से नहीं हो सकता। हल्के डेंगू बुखार में तेज बुखार और फ्लू जैसे लक्षण होते हैं। डेंगू बुखार के गंभीर रूप को Dengue Hemorrhagic Fever कहा जाता है जिसे ब्लीडिंग होती है। यह अचानक ब्लड प्रेशर में गिरावट और मौत की वजह भी बन सकता है।हर साल दुनिया भर में डेंगू संक्रमण के लाखों मामले सामने आते हैं। भारत जैसे देशों में यह समस्या आम है। शोधकर्ता डेंगू बुखार के टीके पर काम कर रहे हैं। संक्रमण को रोकने के सबसे अच्छे तरीके मच्छरों द्वारा काटे जाने से बचना और मच्छरों की आबादी को कम करने के लिए कदम उठाना है।
CDC के अनुसार (ref.) कई लोगों को डेंगू संक्रमण के कोई संकेत या लक्षण नहीं दिखते। जब लक्षण दिखाई देते हैं, तो उन्हें अन्य बीमारियों जैसे कि फ्लू समझ लिया जाता है। इसके लक्षण आमतौर पर संक्रमित मच्छर द्वारा काटे जाने के चार से 10 दिन बाद शुरू होते हैं। डेंगू बुखार के कारण तेज बुखार होता है जोकि 104 F (40 C) तक जाता है। यही वजह है कि इसे हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है।डेंगू बुखार आमतौर पर अचानक तेज बुखार के साथ शुरू होता है, जिसके साथ अक्सर तेज सिरदर्द होता है, खासकर आंखों के पीछे, साथ ही मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द भी होता है। अन्य शुरुआती लक्षणों में मतली, उल्टी और खसरे जैसे दाने शामिल हो सकते हैं।
ये हैं डेंगू के लक्षण ——-
तेज बुखार- इसमें अचानक तेज बुखार होता जोकि 104°F (40°C) तक पहुंच सकता है और ठंड या तेज गर्मी के साथ हो सकता है।
गंभीर सिरदर्द- दर्द, खासकर आंखों के पीछे, आंखों की हरकत के साथ बढ़ सकता है।
मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द- ये काफी गंभीर हो सकते हैं, जिससे कभी-कभी ‘हड्डी तोड़ बुखार’ का नाम दिया जाता है।
मतली और उल्टी- पेट में दर्द और उल्टी होना आम है। इसके अलावा छाती और ऊपरी अंगों पर दाने दिखाई दे सकते हैं।
भूख न लगना- बुखार और अन्य लक्षणों के कारण भूख न लगना हो सकता है।